टेन न्यूज़ नेटवर्क
नोएडा (29 मई, 2023): केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो चुके हैं। इन नौ सालों में केंद्र की मोदी सरकार की क्या उपलब्धियां और खामियां रही। इन मुद्दों पर चर्चा को लेकर टेन न्यूज द्वारा आयोजित परिचर्चा कार्यक्रम में बीजेपी प्रवक्ता खेमचंद शर्मा और सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम का संचालन टेन न्यूज के नेशनल पॉलीटिकल एनालिस्ट बिपिन शर्मा ने किया। कार्यक्रम में खेमचंद शर्मा ने बीजेपी की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा किए गए कार्यों को छोटे से समय में समेटा नहीं जा सकता परंतु उनकी समावेशी विकास की नीति प्रशंसनीय है। आज भारत की चर्चा विदेशों में सम्मान के साथ होती है यह भाजपा सरकार की विदेश नीति का परिणाम है। उन्होंने बताया कि इस मंदी के दौर में कई देश जहां महंगाई के कारण दिवालिया की स्थिति में आ चुके हैं, वहीं भारत की अर्थव्यवस्था संभली हुई है। सेनाओं के सशक्तिकरण से संबंधित भी कई कार्य केंद्र सरकार द्वारा किए गए हैं।
कोरोना महामारी के विषय पर चर्चा करते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि जिन देशों के पास उपयुक्त संसाधन भी थे, वह भी इस कोरोना महामारी कुछ संभाल ना सके, बल्कि भारत में समय से इस महामारी पर काबू पाया। साथ ही 100 से अधिक देशों की मदद भी की। कोई भूखा ना सोए इसके लिए मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय पर अनाज भंडारघर में ही सड़ जाता था, पर गरीबों तक नहीं पहुंचता था। आज भाजपा सरकार में गरीबों को देखते हुए ही नीतियां बनाई जा रही हैं क्योंकि इस सरकार में सेवा का भाव है। हमने राह के उन गड्ढों को भर दिया है और आज दौड़ रहे हैं और जल्द ही और भी तेज गति से दौड़ेंगे।
वहीं सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने केंद्र सरकार के इन 9 सालों के बारे में खामियां बताते हुए कहा कि इस सरकार ने काले धन को लाने की बात कही थी, बल्कि आप काला धन पहले की अपेक्षा और ज्यादा हो चुका है। आज बड़े-बड़े उद्योगपति, पूंजीपति बैंकों से रुपए लेकर विदेश भाग रहे हैं। केंद्र सरकार ने सालाना 2 करोड रोजगार देने की बात कही थी, इस हिसाब से 9 वर्षों में 18 करोड़ तक रोजगार सृजन हो जाने चाहिए थे। बल्कि इसके आंकड़े एक करोड़ से भी कम है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि मैं संसद को अपराधहीन कर दूंगा, परंतु आज लोकसभा और राज्यसभा में अपराधियों की संख्या बरकरार है। इस सरकार के आने से चुनावों में पारदर्शिता में कमी आई है। और इनकी गलत व्यवस्थाओं का नतीजा है कि भाजपा सरकार को कर्नाटक में बड़ी हार मिली वहीं खेमचंद शर्मा ने कहा कि कर्नाटक में सरकार बदली है परंतु कर्नाटक की जनता लोकसभा चुनावों में भाजपा सरकार के साथ होगी।।