टेन न्यूज़ नेटवर्क
नोएडा (04 अक्टूबर, 2023): टेन न्यूज से खास बातचीत में AKTU के कुलपति प्रोफेसर (डॉ) जे.पी पांडे ने नई शिक्षा नीति को लेकर कहा कि भारत सरकार के द्वारा लाई गई शिक्षा नीति को हम दो तरह से इंप्लीमेंट करेंगे। हमारा लक्ष्य यही है कि हम छात्रों को बहुआयामी संभावनाओं के साथ संस्थाओं से भेजें। हमें छात्र को नौकरी में भी भेजना है साथ ही साथ उसे एंटरप्रेन्योर भी बनाना है। छात्र को रिसर्चर भी बनाना है। इस पर हमने काम शुरू कर दिया है और इसके परिणाम सकारात्मक आएंगे।
उद्योग और शिक्षण संस्थानों के बीच बढ़ते गैप को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें दो तरह से प्रयास हो रहे हैं, जिसमें पहले हमें अपने एकेडमिक करिकुलम में इंडस्ट्री के पार्टिसिपेशन को बढ़ाना है। जैसे यदि फाइनल ईयर का छात्र किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, तो हम उसमें प्रयास करेंगे कि उसके गाइड में एक एकेडमिक से और एक इंडस्ट्री से उसको गाइड करें और वह लाइव प्रोजेक्ट करें। दूसरा हम इंडस्ट्री के साथ एमओयू साइन करके छात्रों को इंडस्ट्री के द्वारा भी ट्रेनिंग कराएंगे। फैकल्टी को भी ट्रेनिंग की काफी आवश्यकता है उसे भी ट्रेनिंग कराया जाएगा। भारत सरकार ने इसको इंप्लीमेंट करने के लिए रूपरेखा भी बनाई है और विश्वविद्यालय भी इस दिशा में कार्य करेगा।
कोर्सेज और प्रोग्राम को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे पास 1200 से अधिक कोर्सेज हैं। लेकिन यदि प्रोग्राम की बात करें तो हमारे पास कई प्रोग्राम हैं और हम कई माइनर प्रोग्राम्स पर भी काम कर रहे हैं। इससे छात्र यह तय कर सकेगा कि उसे आने वाले 4 वर्षों में कौन-कौन सी डिग्री लेनी है। वह कंप्यूटर साइंस के साथ-साथ मैकेनिकल की डिग्री भी ले सकता है। वह मैकेनिकल में प्रवेश करके कंप्यूटर साइंस की डिग्री भी ले सकता है। और इसी को हमें इंप्लीमेंट करना है और यह प्रावधान हमारी नई शिक्षा नीति के अंतर्गत भी है।
आपको बता दें कि नई शिक्षा नीति के तहत यूजी एवं पीजी कोर्सेज में कई बदलाव किए गए हैं।।