"मज़हब नही सिखाता, आपस मे शोर करना" इसी मंत्र के साथ अंतरराष्ट्रीय आध्यात्म गुरु स्वामी दीपांकर ने बढ़ते ध्वनि प्रदूषण को कम करने की एक बड़ी मुहिम की शुरुआत की है
ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिय एक मुहीम की शुरुआत नोइडा ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर मज़हब नही सिखाता, आपस मे शोर करना नाम से एक जागरूकता मुहीम शुरू करी । इसी मंत्र के साथ अंतरराष्ट्रीय आध्यात्म गुरु स्वामी दीपांकर ने बढ़ते ध्वनि प्रदूषण को कम करने की एक बड़ी मुहिम की शुरुआत की है ।
आज सड़क पर लाखों गाड़ियां दौड़ती हैं और बेवजह हॉर्न और प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करती है। जिससे ज़बरदस्त ध्वनि प्रदूषण होता है। इस ध्वनि प्रदूषण के जानलेवा नुकसान हैं । लोग बहरे होने लगते हैं । उनके सुनने की क्षमता कम होने लगती है। ऐसे में गाड़ी चलाने वाले लोग कम हॉर्न का इस्तेमाल करे, यही सिखाने के लिए स्वामी दीपंकर ने नोएडा के सेक्टर 18 में ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर बेवजह हॉर्न बजाने वाली हर गाड़ी के ड्राइवर गुलाब का फूल देकर गुज़ारिश की कि बेवजह हॉर्न का इस्तेमाल ना करे ।अमूमन बेवजह हॉर्न बजाने और प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल करने पर ट्रैफिक पुलिस चालान करती है लेकिन स्वामी दीपांकर के साथ मिलकर ट्रैफिक पुलिस ने भी लोगो को हिदायत दी।
अंतरराष्ट्रीय स्वामी दीपंकर ने ये मुहिम नो टू नॉइज़ के नाम से शुरू की है । नोइडा से इस मुहिम की शुरुआत कर इसे देश भर में ले जाने और शोर काम करने के लिए लोगो को जागरूक करने का मिशन है नो टू नॉइज़ । नॉएडा ट्रैफिक पुलिस और स्वामी महाराज ने अपील करि है की अगर आप भी गाड़ी चलाते हैं तो हॉर्न का कम इस्तेमाल करें ।
इस ट्रैफिक मुहीम में नॉएडा ट्रैफिक पुलिस के टीआई लायक सिंह ने जरुरी सहयोग प्रदान किया।