नॉएडा – गैझा गांव में पिछले दिनों अवैध निर्माण ढहा कर 20 हजार वर्ग जमीन मुक्त कराने वाले प्राधिकरण ने अपने ही लेखपाल सुभाष कुमार को निलंबित कर दिया है। लेखपाल पर गैझा में प्राधिकरण की जमीनों की देखभाल व पैमाइश का जिम्मा था। उन पर गांव में प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा करने वाले किसान के साथ सांठ-गांठ का आरोप था, जिसका रिश्वत मांगने का एक ऑडियो भी वायरल हुआ। इसके आधार पर प्राधिकरण के सीईओ ने उन पर कार्रवाई की है। जिन पर सरकारी कार्यों में रुचि न लेने व जन समस्याओं के प्रति घोर लापरवाही का भी आरोप है। उनके प्रति वरिष्ठ अधिकारियों की निष्ठा संदिग्ध है। लेखपाल सुभाष कुमार पर लगे आरोपों की जांच तहसीलदार वीर सिंह करेंगे।पिछले दिनों गैझा गांव में प्राधिकरण की जमीन पर अवैध निर्माण के खिलाफ प्राधिकरण द्वारा तोड़-फोड़ की कार्रवाई के खिलाफ रविवार को किसान लामबंद हुए और गैझा गांव में पद यात्रा निकाल कर विरोध-प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि प्राधिकरण किसानों को उजाडऩे का काम कर रहा है। किसानों को उनकी पुश्तैनी आबादी पर भी नोटिस भेज रहा है।
रविवार सुबह गैझा गांव के ग्रामीण गांव के शिव मंदिर परिसर में एकत्र हुए। इसके बाद उन्होंने नोएडा प्राधिकरण द्वारा तोड़-फोड़ व नोटिसों के खिलाफ एक गांव मे घूमकर एक सद्भावना पद यात्रा का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता नरेश त्यागी ने की।
पद यात्रा में शामिल किसान नेता गौतम अवाना ने कहा है कि इसका मकसद अधिकारियों की आंख-कान खोलना था। अधिकारी अंग्रेजों से ज्यादा खतरनाक हो रहे हैं, क्योंकि अंग्रेज तो बाहर के थे, लेकिन ये अधिकारी हमारे अपने हैं। ये हमारे किसानों को उजाडऩे का काम कर रहे हैं। अब क्षेत्र का किसान जाग चुका है। पद यात्रा का भारतीय किसान यूनियन (भानू) किसान संघर्ष समिति, सपा, कांग्रेस, बसपा पार्टियों के नेताओं ने समर्थन किया। इस मौके पर बेगराज गुर्जर,मनोज चौहान,जयकरण वकील, ललित अवाना, देवेंदर अवाना, सुरेश प्रधान, लीले प्रधान, देवेंदर गुर्जर, रिषी गौतम, मुकेश शरमा, नीरज त्यागी, शांकू चौहान, मटरु नागर,लाला प्रधान, रणबीर लोहिया, परमवीर लोहिया,देवेंदर प्रधान, नीटू त्यागी, सुरेंद्र लोहिया, आदेश त्यागी, आदि लोग मौजूद थे।