नोएडा : नॉएडा शहर में एक बार फिर फ़िल्मी अंदाज में बंटी बबली की कहानी देखने को मिली है। बंटी और बबली की कहानी असली में घटित हुई है. जिसमे असली में बंटी और बबली सैकड़ो लोगो को अपने जाल में फसाकर उनसे लाखो रूपए ऐंठकर रफूचक्कर हो गए है। ये है वाकया सेक्टर-22 का है किराये पर रहने वाले कपल आसपास के लोगों को चूना लगाकर फरार हो गए। इससे पहले वे ग्रेटर नोएडा और दिल्ली में लाखों रुपये की चपत लगा चुके हैं। जैसे ही ठगी का मामला पुलिस के संज्ञान में आया। तो थाना 24 पुलिस ने मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। पुलिस की जानकारी के अनुसार, आरोपी अनुज श्रीवास्तव व रेखा डागर पिछले साल 5 जुलाई को सेक्टर-22 में देवदत्त शर्मा के मकान में किराये पर रहने आए थे। अनुज ने उस समय पिता की मौत का बहाना बनाकर परिवार के साथ रहने के लिए एक कमरा किराये पर लिया था। उनके साथ में बेटी और बेटा भी रह रहे थे। दो-तीन दिन में ही उन्होंने आसपास रहने वालों से उधार लेना शुरू कर दिया। हालांकि शुरू में वह उसी शाम को उधार लौटा देता था। उसने पड़ोसियों को बताया कि वह इलेक्ट्रॉनिक कंपनी के गोदाम में काम करता है। वहां से सस्ता सामान दिलवाने का झांसा देकर पहले 60 हजार रुपये का आईफोन 30 हजार रुपये में दे दिया। इसी तरह अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान भी आधी कीमत पर देने लगा।
उधर, पड़ोसियों का भरोसा जीतने के लिए रेखा भी मेलजोल बढ़ाने के लिए घर में जन्मदिन और सालगिरह पार्टी करने लगीं। आधी कीमत पर सामान लेने के चक्कर में पड़ोसियों ने करीब 25 लाख रुपये आरोपितों को दे दिए। इसके बाद 25 जनवरी को दोनों इलाहाबाद में मां की तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर चंपत हो गए और फिर वापस नहीं लौटे। कई दिनों तक दोनों के नहीं लौटने पर पैसा देने वालों ने उनकी खोजबीन की तो पता चला की दोनों पति पत्नी अपने बच्चो के साथ फरार हो गए है।