नोएडा के पूर्व जिलाधिकारी और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एन पी सिंह ने कवि नीरज से जुड़े अपने अनुभव साझा किए और साथ ही काव्यपाठ भी किया।
उन्होंने इसके बाद अपनी स्वरचित कविता को सुनाया, " भूख से सिकुड़ती, सिमटती अन्तरणियों को जब देखता हूँ"!
इस मार्मिक कविता ने जहाँ कई रूढ़िवादी विषयों और सवाल उठाए वहीँ सबको बेहद उत्कृष्ट वर्णन से सभी श्रोताओं को झकझोर के रख दिया।