नोएडा (03/04/19) :– नोएडा शहर के दो दर्जनों सेक्टर के बगल से गुजरने वाले करीब 20 किमी लंबे नाले की बदबू से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद जगी है। नोएडा के सेक्टर-137 निवासी अभिष्ठ कुसुम गुप्ता की ओर से दायर याचिका पर एनजीटी के आदेश के बाद केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीवी) ने दिल्ली व नोएडा के संबंधित विभागों के साथ मिलकर 8 जगहों से नाले के पानी के सैंपल लिए हैं।
एनजीटी ने सीपीसीवी को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, दिल्ली जल बोर्ड, पूर्वी दिल्ली नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, डीडीए, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व नोएडा प्राधिकरण के साथ मिलकर इस नाले को सीवेज से मुक्त करवाने की कार्ययोजना प्रस्तुत करने को कहा है। शहर के बसने के पहले यहां के गांवों में सिंचाई के लिए इस नाले का इस्तेमाल होता था। आदेश के बाद टीम ने कोंडली, खोड़ा, घड़ौली डेयरी फार्म, पूर्वी दिल्ली म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन ड्रेन न्यू कोंडली, नोएडा सेक्टर 11, सेक्टर 24, सेक्टर 137, सेक्टर 168 से नाले से सैंपल लिए गए हैं।
नोएडावासियों को गंदे नाले की समस्या से निजात दिलाने के लिए सेक्टर 137 वॉलंटियर्स ग्रुप के लगभग 150 लोग कोशिश कर रहे हैं। इनमें अभीष्ट गुप्ता, संदीप ओहरी, प्रमोद तरागी, विंग कमांडर राजकुमार अग्रवाल, कासिफ अली खान, रवीश गुप्ता, संदीप शर्मा, आलोक पाण्डे, नमित, अमरजीत सिंह अहलूवालिया, मोहित, दिनेश द्विवेदी आदि का विशेष योगदान है।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह का कहना है की आज कई टीमों ने मिलकर अलग-अलग जगहों पर जाकर नाले से सैंपल लिए हैं। 4 से 5 दिन में इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। नाले को गंदा करने में सबसे बड़ा जो कारण सामने आया है वह घरेलू है।
नोएडा में रहने वाले लोग भी इसे गंदा कर रहे हैं। आगामी दिनों में इस समस्या के समाधान के लिए योजना बनाई जाएगी। किस तरह से इस समस्या से निजात मिल सकती है।