नोएडा प्राधिकरण शहर में वेस्ट होने वाली पत्तियों का प्रयोग राजस्व बढ़ाने के लिए करेगा। इसके लिए प्राधिकरण शहर के विशेषज्ञ व वॉलिंटियर्स के जरिए तीन स्थानों पर इन पत्तियों से कंपोस्ट तैयार करेगा, जिसे बेचकर राजस्व मिलेगा। प्राधिकरण ने इसे ब्लैक गोल्ड का नाम दिया है।
शहर में इन दिनों पत्तियों के विशाल ढेर देखने को मिल रहे हैं। इन बेकार पत्तो की समस्या से निबटने के लिए कुछ लोग इन पत्तो में आग लगा देते है लेकिन इससे वायु प्रदूषण बढ़ने का खतरा रहता है। लिहाजा नोएडा प्राधिकरण ने इन पत्तों को काले सोने में बदलने का फैसला किया है। प्राधिकरण ने पूरे क्षेत्र के विशेषज्ञों को साथ लेकर एक पायलट प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है जिससे प्राकृतिक रूप से बागवानी कचरे का इलाज किया जा सके और उन्हें जैविक खाद में बदला जा सके।
नोएडा में इस तकनीक का प्रयोग पहली बार किया जा रहा है, जहां शून्य बजट में कचरे को जैविक खाद में तब्दील कर उससे राजस्व कमाया जा सकता है। इसके लिए प्राधिकरण ने तीन पायलट परियोजनाएं वर्तमान में शुरू की है इन परियोजनाओं से तैयार खाद को बेचकर इनकी लागत भी निकाली जा रही है।
3 परियोजनाएं जिसमें पहली यमुना रिवर फ्रंट, दूसरी यमुना बैंक के साथ सेक्टर 15a के विपरीत व तीसरी सेक्टर 8 नोएडा प्राधिकरण नर्सरी में बनाई गई है। इस नर्सरी को नोएडा की रोल मॉडल नर्सरी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन स्थानों पर तीन अलग-अलग तरीकों से खाद बनाई जाती है जो कि पर्यावरण के अनुकूल व एरोबिक तरीका है।