बैंको को लगभग 23 करोड़ रूपये की आर्थिक हानि पहुँचाने वाले 08 गिरफ्तार, तरीके जाकर हो जाएंगे हैरान

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (16/05/2023): सोमवार, 15 मई को थाना फेस-1 नोएडा पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाकर तथा फर्जी रूप से अलग-अलग व्यक्तियों की आईडी एवं प्राइवेट लि0 कम्पनियाँ बनाकर धोखाधड़ी कर बैंको से लोन लेकर बैंको को लगभग 23 करोड़ रूपये की आर्थिक हानि पहुँचाने वाले 08 आरोपी अनुराग चटकारा उर्फ अनुराग अरोडा, अमन शर्मा, दानिश छिब्बर, वसीम अहमंद, मोहसिन, जीतू उर्फ जितेन्द्र, रविकान्त मिश्रा और तनुज शर्मा को जेवर टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया गया है।

आरोपियों की निशांदेही पर द अरानिया सोसायटी सेक्टर-119 नोएडा गौतमबुद्धनगर से चैक बुक, डेबिट कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, जी.एच.सी.एल कम्पनी के आईडी कार्ड, मोबाइल फोन मय सिम, एक नोट गिनने की मशीन, एक आईकार्ड बनाने की मशीन, कम्पनियों की मोहरें, लैपटॉप, नकदी, पैन ड्राईव, 03 कार व 02 मोटरसाइकिल बरामद हुए है। जिसके सम्बन्ध में वादी प्रशान्त खुराना डिप्टी निवासी प्लाट नं0 111, सेक्टर-4, नोएडा वर्तमान निवासी डिप्टी वाईस प्रेसिडैंट क्रेडिट एन्टेलीजैंस एवं कंट्रोल एच.डी.एफ.सी. बैंक लिमिडिट की लिखित तहरीर के आधार पर आरोपियों के विरूद्ध अवैध रूप से आर्थिक लाभ कमाने के उद्देश्य से फर्जी दस्तावेज बनाकर तथा फर्जी रूप से अलग-अलग व्यक्तियों की आईडी एवं प्राइवेट लि0 कम्पनियाँ बनाकर धौखाधड़ी कर बैंक को आर्थिक हानि पहुँचाने के सम्बन्ध में थाना फेस-1 नोएडा पर पूर्व में कई मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने विभिन्न फर्जी नामों से फर्जी आधार कार्ड बनवाकर इन्ही फर्जी नाम से पैन कार्ड बनाकर तथा आरओसी में कम्पनी रजिस्टर कराकर अलग-अलग बैंको मे खाते खुलवाते हैं। इस प्रकार खोले गये खातों मे फर्जी कम्पनी के खाते से सैलरी के रुप मे धन ट्रान्सफर करते हैं। उस धन को एटीएम से निकालकर पुनः उसी कम्पनी के खाते मे जमा करा देते हैं। इस प्रकार 6-7 महीने सैलरी देने पर ऐसा खातेदार लोन के लिये उपर्युक्त हो जाता है। तब ये लोग आनलाइन लोन एप्लाई करके तथा कई अन्य फाईनेन्स कम्पनियों से कार, मोबाइल व अन्य वस्तुएं फाईनेन्स कराते हैं। लोन के रुपयों को एटीएम के माध्यम से निकालकर तथा फाईनेन्स की वस्तुओं को गबन करके ये लोग बैंक को वापस नही करते हैं क्योकि यह सब काम गलत नामों से किया जाता है।अतः बैंक इनको पकड़ नही पाता है। ये लोग यह काम किराए के फ्लैट लेकर करते हैं। आरोपितों ने जी.एच.सी.एल कम्पनी के नाम से मिलजी जुलती जी.एच.सी.एल टै0प्रा0लि0 नाम की फर्जी कम्पनी बनाकर फ्रॉड का काम सेक्टर-119 मे एक फ्लैट लेकर किया गया था।

इन लोगों ने अभी तक एचडीएफसी सहित अन्य बैंको से लगभग 23 करोड़ रूपये लोन के रूप में लिये है और वापस नही किये। इस प्रकार बैंको को लगभग 23 करोड़ रूपये की हानि पहुँचायी है। यह भी उल्लेखनीय है कि जी.एच.सी.एल (फर्जी कम्पनी) कम्पनी ने ई.पी.एफ.ओ में कम्पनी के कर्मचारी के खाते खुलवा रखे थे और समय समय पर ई.पी.एफ.ओ के खाते में पैसा जमा करते थे जिससे कम्पनी का अस्तित्व सही प्रतीत हो और फर्जी कर्मचारी दर्शाकर कर्मचारी के नाम पर लोन लेते समय बैंको को कोई शक न हो।