टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (02/08/2022): प्लास्टिक है जहर, मानव जीवन पर कहर। हम सब इस बात से भलीभांति परिचित हैं लेकिन फिर भी इस बात को इतनी गम्भीरता से नही लेते। शैल माथुर एक ऐसा नाम है जो प्लास्टिक के निर्मूलन के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। प्लास्टिक निर्मूलन की वह शक्ति जो पहाड़ों पर दिखाई देती है वो मैदानी क्षेत्रों में नही दिखाई देती है, वजह जो भी हो नुकसान तो हमारी धरती और भविष्य का हो रहा है। यह प्लास्टिक पृथ्वी की सतह को निरंतर बंजर बनाकर भविष्य में हमे प्राणवायु व भोजन संकट की ओर ढकेल देगा। इसी प्लास्टिक द्वारा लगातार हमे पशुधन की हानि भी हो रही है। इन समस्याओं से व्यथित होकर श्रीमती शैल माथुर ने सिंगल यूज प्लास्टिक के विरुद्ध एक तीव्र और प्रतिबद्ध पूर्ण जागरूकता अभियान नोएडा क्षेत्र में छेड़ा। इस अभियान के तहत किये गए 7 सालों के प्रयासों ने सेक्टर 55 और 56 क बीच लगने वाले साप्ताहिक बाजार को प्लास्टिक मुक्त कर दिया। आसान न था साप्ताहिक 300 किलो प्लास्टिक लिफाफों के उपयोग पर रोक लगाना। किंतु शैल जी की टीम बिना निराश हुए लगातार अथक प्रयास करती रही और दुकानदारों, व्यवसायियों को प्लास्टिक लिफाफे के स्थान पर सस्ते कपड़े के थैले उपलब्ध करा कर व जागृत कर अपने अभियान को पूर्ण सफलता की ओर ले चली। जिन व्यवसायियों ने उनके निवेदन व तर्को के बाद भी प्लास्टिक का उपयोग बन्द नही किया उन पर नोएडा अथॉरिटी व स्थानीय प्रशासन ने लाखों रुपयों का जुर्माना लगाकर समाज मे एक सकारात्मक हलचल उतपन्न कर दी। शैल जी अपने किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में प्लास्टिक की बोतल, प्लेट, ग्लास, चम्मच, थाली आदि का उपयोग न तो स्वयं करती हैं और न करने देती हैं। विकल्प के तौर पर इन्होंने ने स्टील के बर्तनों का बैंक भी शुरू किया। इस बर्तन बैंक में तमाम स्टील बर्तनों का भंडार होता है जो प्लास्टिक के स्थान पर सभी के लिए सुलभ है।
प्लास्टिक के विरुद्ध छिड़े इस शैल जी के युद्ध में शैल जी की पहचान दुकानदारों व व्यवसायियों के बीच उनके चौड़े माथे पर लगी लाल बिंदी से होती है। उनके माथे पर लगी यह लाल बिंदी उनके सशक्त अस्तित्व, अभियान प्रतिबद्धता व दृढ़ इच्छाशक्ति को प्रदर्शित करती है। उनको देखकर आज भी दुकानदार बोलते हैं “भैया प्लास्टिक हटा लें, लाल बिंदी वाली मैडम आ गयी हैं।”।
प्लास्टिक के खिलाफ छिड़ी इस मुहिम को अपना सलाम देते हुए हम श्रीमती शैल माथुर को नवरत्न नारी सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित करते हुए स्वयं को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं