टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (21/03/2023): नोएडा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। आज मंगलवार, 21 मार्च को थाना सेक्टर-63 नोएडा पुलिस ने फर्जी काल सेन्टर खोलकर जनता के लोगों को कॉल करके भिन्न-भिन्न बैंको में लोन दिलाने व आदित्य बिरला ग्रुप व बिरला फाईनेन्स मे नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी करने वाले 06 आरोपियों विकास कुमार निवासी कैलाशपुरम जिला गाजियाबाद मूल पता ग्राम पलवाड़ा, जिला हापुड़, पुनीत कुमार निवासी कैलाशपुरम जिला गाजियाबाद मूल पता ग्राम पलवाड़ा जिला हापुड़, देवांश सक्सेना निवासी आदित्य वर्ल्ड सिविक जिला गाजियाबाद, हर्षित श्रीवास्तव निवासी गांव खोड़ा जिला गाजियाबाद मूल पता ग्राम पुरदिलनगर जिला हाथरस, नितिश कुमार निवासी आदित्य अपार्टमेन्ट, बहरामपुर जिला गाजियाबाद मूल पता ग्राम पुन्नर तहसील पालमपुर, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश और शैलेन्द्र निवासी खोड़ा, गाजियाबाद मूल पता करहरा कला थाना महोबा, जिला महोबा, उत्तर प्रदेश को थाना क्षेत्र के घटनास्थल एच-61 सेक्टर-63 नोएड़ा से गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों के कब्जे से 02 डेस्कटॉप कम्प्यूटर, 04 लैपटॉप, 13 स्मार्ट फोन, 14 कीपैड फोन, 1 लाख 18 हजार रुपये नगद, 01 मोहर (पंचकुला आयुर्वेद), 07 एफएसएसएआई के फर्जी स्टीकर, 20 एटीएम कार्ड, 05 अप्रूवल लेटर ,167 डाटा शीट, 53 पंचकर्मा आयुर्वेदा चूर्ण की बड़ी डब्बी (अनुमानित कीमत लगभग 2.5 लाख रूपये), 10 पंचकर्मा आयुर्वेदा चूर्ण की छोटी डब्बी, 10 रजिस्टर, 10 डायरियां, 08 चेक बुक, 03 पासबुक भिन्न-2 बैंक, 01 होण्डा सिविक कार रजि नं0 डीएल 7 सीएफ 8415 व 01 अपाचे मोटरसाइकिल रजि नं0 यूपी 14 एफजे 4586 बरामद हुए है। जिसके सम्बन्ध में थाना सेक्टर-63 पर मु0अ0सं0 126/23 धारा 420, 406, 467, 468, 471,34 भादवि व 66 आई.टी एक्ट पंजीकृत किया गया है।
घटनाक्रमः
पूछताछ के दौरान पुलिस को आरोपियों ने बताया कि हम लोगों द्वारा एच-61, सेक्टर-63 में एक ऑफिस खोला गया जिसमें हम लोग पंचाकर्म आयुर्वेद प्रोसिस केयर किट में नकली चूर्ण भरकर उस पर पंचाकर्म आयुर्वेद प्रोसिस केयर किट का स्टीकर लगाकर 3 से 6 हजार रूपये में बेच देते थे, जिससे हमे नकली चूर्ण खरीदने वालो का डाटा मिल जाता था और फिर हम फोन से प्राप्त डाटा पर जनता के लोगों को कॉल करके भिन्न-भिन्न बैंको में लोन दिलाने व आदित्य बिरला ग्रुप व बिरला फाईनेन्स मे नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी करते थे। जो होण्डा सिविक कार, पैसा व अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान मिला है, वह उसी ठगी किये गये पैसे से खरीदा गया है।