टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (16/04/2023): 15 अप्रैल, शनिवार को नोएडा शहर के 48वें स्थापना दिवस के अवसर पर नोएडा लोक मंच ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया। यह आयोजन पंचशील बालक इंटर कॉलेज सेक्टर 91 में हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विमला वाथम, नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह और उत्तर प्रदेश एग्रीकल्चर बोर्ड के चेयरमैन कैप्टन विकास गुप्ता उपस्थित रहे। साथ ही इस मौके पर नोएडा लोकमंच के महासचिव महेश सक्सेना की भी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का सफल संचालन राजेश्वरी त्यागराजन और विनोद शर्मा ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ रवि कांत मिश्रा, आई पी सिंह, विशेष कार्याधिकारी नोएडा प्राधिकरण, योगेंद्र शर्मा अध्यक्ष फोनरवा, त्रिलोक शर्मा, मुकुल बाजपेई, महेश सक्सेना ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन करके किया, जिसके बाद प्रसिद्ध नर्तकी अनु सिन्हा ने कथक नृत्य से गणेश वंदना प्रस्तुत की। साथ ही नोएडा के राज्यस्तरीय एवं राष्ट्रस्तरीय कलाकारों ने अपनी लोक नृत्य, रागिनी, नाटक, राजस्थानी लोक नृत्य, कविताएं, आदि की मनमोहक प्रस्तुतियां दी। ब्रह्मपाल नागर की नोएडा शहर पर और मां पिता पर रागिनी सुनाई। साथ ही शहर के विशिष्ट लोगों ने नोएडा के 48वें स्थापना दिवस पर नोएडा में बीते अपने अनुभव की यात्रा को शब्दों की माला में पिरोकर व्यक्त किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विमला वाथम ने कहा कि मैने नोएडा का वो समय भी देखा है जब 1976 में नोएडा की स्थापना हुई थी और तब यहां चारों तरफ जंगल हुआ करता था और लोग यहां रहने और अपने उद्योग धंधे स्थापित करने से इनकार करते थे। लेकिन आज हम नोएडा के 48 साल पूरे होने के बाद नोएडा की बात करें तो इन 48 सालों में नोएडा की रूपरेखा पूर्ण रूप से बदल चुकी है। और आज देश के विभिन्न प्रांतों के साथ साथ विदेशों से भी आकर लोग यहां रहकर अपने उद्योग धंधे स्थापित कर रहे हैं। जिसके चलते आज नोएडा शहर की मांग पूरे देश के साथ साथ विदेशों में भी बढ़ गई है।
नोएडा लोक मंच के महासचिव महेश सक्सेना ने सभी अतिथियों का तथा कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं का स्वागत किया और लोकमंच का संक्षिप्त परिचय देते हुए नोएडा प्राधिकरण के स्थापना दिवस के महत्व और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। आगे उन्होंने
बताया कि पहले नोएडा में रहने के लिए आए लोग कहते थे, नोएडा शहर की सांस्कृतिक पहचान क्या है। क्योंकि नोएडा को बसाया गया है इसलिए नोएडा शहर में रहने के लिए देश के विभिन्न प्रांतों से लोग आए थे। लेकिन आज नोएडा के 48वें स्थापना दिवस पर नोएडा शहर की संस्कृति की बात करें, तो आज यहां पूरे देश की संस्कृति एक मंच पर है जिसमें केरल से लेकर यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा आदि शामिल हैं। नोएडा के निवासियों ने विभिन्न प्रांतों से आने के बाद भी एक साथ मिलकर पूरे देश की संस्कृति को संजोए रखा है। आगे उन्होंने कहा कि नोएडा को बसाने में विभिन्न प्रांतों से आए लोगों के साथ साथ नोएडा प्राधिकरण का भी बहुत बड़ा योगदान है क्योंकि प्राधिकरण के अधिकारियों ने नोएडा के निवासियों के लिए अपने दरवाजे हमेशा खुले रखे हैं।
नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह नोएडा के 48वें स्थापना दिवस पर नोएडा के सभी नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि नोएडा ने 1976 में जन्म लिया और आज नोएडा अपनी जवानी की ओर अग्रसर है। और 48 सालों में नोएडा का स्वरूप बदला है जहां पहले नोएडा में धूल की आंधियां चलती थी आज नोएडा में एक एक इंच जमीन के लिए तरस रहे हैं। आज बाहर से आने वाले लोगों को रहने के लिए और इंडस्ट्री के लिए तो पूरे देश में नोएडा की मांग है। नोएडा को सफल शहर बनाने में देश का, प्रदेश का, सरकार का और नोएडा के निवासियों का बहुत बड़ा योगदान है। आगे उन्होंने कहा कि नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु महेश्वरी के नेतृत्व में नोएडा के विकास में चार-चांद लगे हैं। आज नोएडा को लोग राजधानी दिल्ली से ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इसलिए नोएडा शहर की विकास यात्रा पूरी नहीं हुई है प्राधिकरण और नोएडा निवासियों को नोएडा शहर को विकसित बनाना है।
उत्तर प्रदेश एग्रीकल्चर बोर्ड के चेयरमैन कैप्टन विकास गुप्ता ने कहा कि हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि हम नोएडा का 48वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। नोएडा सभी की आशाओं और उम्मीदों का महानगर है। कुछ वर्ष पूर्व मैंने भी नोएडा को अपनी नगरी बनाया और नोएडा में मुझे आर्थिक रूप से, सामाजिक रूप से और राजनीतिक रूप से मुझे पहचान दी।
नोएडा के 48वें स्थापना दिवस पर नोएडा के राज्यस्तरीय एवं राष्ट्रस्तरीय कलाकार लोक नृत्य, रागिनी, नाटक, राजस्थानी लोक नृत्य, कविताएं, आदि अपनी प्रस्तुति में ब्रह्मपाल नागर की नोएडा शहर पर और मां पिता पर रागिनियों, केरल का मार्शल आर्ट, नुक्कड़ नाटक संस्कार केंद्र स्कूल गढ़ी चौखंडई और विशेष आकर्षण त्यागराजन इंस्टीट्यूट द्वारा नरसिंह संग्राम पर आधारित नाटक रहा।
लोक मंच के उपाध्यक्ष योगेन्द्र नारायण ने संबोधित कर नोएडा प्राधिकरण की कार्यशैली, नोएडा लोक मंच के कार्यों और सभी कलाकारों की प्रशंसा की।
नृत्य में मार्शल आर्ट्स के कलाकारों को योगेंद्र नारायण तथा विमला बाथम ने सम्मानित किया। पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर और कैप्टन विकास गुप्ता ने लोक मंच के कार्यों की सराहना करते हुए हर कार्य में साथ रहने का आश्वासन दिया। विमला बाथम,अध्यक्ष महिला आयोग ने लोक मंच को नोएडा की अग्रणी एनजीओ बताया। फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने नोएडा प्राधिकरण और लोक मंच के हर कार्य, विकास और योजनाओं में साथ रहने का संकल्प दोहराया।
कार्यक्रम में योगेंद्र शर्मा, योगेन्द्र नारायण, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम, रवि कांत मिश्रा, आई पी सिंह, विशेष कार्याधिकारी, नोएडा प्राधिकरण, कैप्टन विकास गुप्ता, नवाब नागर, डीडीआरडब्ल्यूए अध्यक्ष एन पी सिंह, फोरनवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा अपनी पूरी टीम के साथ, कल्पना भूषण, लीका सक्सेना, राजेश्वरी त्यागराजन, इंदिरा चौधरी, मनीषा,एस के जैन, मुकुल बाजपेई सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।।