टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (09 मई 2023): जल संरक्षण के दिशा में धरातलीय स्तर पर किए गए प्रयासों को लेकर गौतमबुद्ध नगर के लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा ने दैनिक जागरण से खास बातचीत की।
ये हैं बातचीत के प्रमुख अंश
Q. जिले में जलस्तर लगातार गिर रहा है, आपकी तरफ से क्या प्रयास किए गए हैं?
जवाब: यह चिंता का विषय है। आनेवाला समय कष्टदायक रहेगा। प्राय: देखा जाता है कि गांव में पानी बहते रहते हैं, मोटर चलता रहता है लेकिन लोग 20 रुपए का स्विच नहीं लगाते हैं। इसे लेकर संगठन के कार्यकर्ताओं के जरिए अपील की कि घर के बाहर पानी का बहना रोकें। सामूहिक रूप से पैसे एकत्र कर मोटर के स्विच लगवाने का भी काम किया। इसके अलावा तलावों को बेहतर बनाने की दिशा में भी कार्य किए गए हैं।
Q. जल संरक्षण के लिए काम करने का आपका दावा अपनी जगह सही है, लेकिन धरातल पर कहां प्रयास किए गए हैं?
जवाब: बात जहां तक धरातल पर नतीजों की है तो काफी सारे तालाब अपने पुराने स्वरूप में वापस आए हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए निरंतर प्रयास अभी भी जारी हैं।
Q. सांसद होने के नाते लोगों को जागरूक करने के लिए अब तक क्या प्रयास किए हैं?
अबतक जहां भी ग्रामीण या शहरी क्षेत्र में बैठके हुई हैं। उनमें जल संरक्षण के साथ पर्यावरण संरक्षण को भी मुख्य रूप से उठाया गया है। जिलाधिकारी और वन विभाग के अधिकारियों से बैठक कर स्पष्ट तौर पर कहा गया कि ऐसे गांव चिन्हित किए जाए जहां पानी बह रहा है। पानी की बर्बादी रोकने के लिए कार्य न करें तो ऐसे लोगों को चिन्हित कर दंडित किए जाएं।
Q. अबतक जल संरक्षण के प्रयास क्यों नहीं किए जा सके हैं?
जवाब: ऐसा नहीं है की प्रयास नहीं किए गए हैं। प्रयास सतत रूप से जारी है। जल संरक्षण को अब एक आंदोलन के रूप में। लाना होगा। केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर 15 मई से 15 जून तक विशेष जनसंपर्क अभियान में सभी कार्यकर्ताओं के माध्यम से जल संचयन, पर्यावरण संरक्षण और ऑर्गेनिक खेती के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी। लोगों को आगाह करेंगे। एक माह का विशेष कार्यक्रम रहेगा। इसमें सभी वर्गों को साथ लेकर कार्य किया जाएगा।
Q. सांसद निधि से अबतक कितना पैसा जल संचयन योजनाओं पर खर्च किया गया है?
जवाब: अमृत सरोवर के कार्यक्रमों में जहां से भी मांग आई वहां कार्य कराया। कई जगह स्वयं तालाबों को चिन्हित कर उनका पुनरुद्धार कराया गया है।
Q. जिलाधिकारी और प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ कितनी बार इस मामले को लेकर बैठक की है?
जवाब: दिशा कार्यक्रम के तहत प्रत्येक तीन माह में अधिकारियों के साथ बैठक की जाती है। हर बार बैठक में जल संरक्षण के मामले को लेकर हुए कार्य और भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा भी की जाती है।
Q. जल संचयन के बारे में लोगों से क्या चाहते हैं?
जवाब: दोआब क्षेत्र होने के कारण अभी पानी पर्याप्त है। लेकिन 40 वर्षों में देखा है कि भूजल स्तर दस फीट से लेकर 200 से अधिक हो गया है। जल ही जीवन है सामाजिक चेतना के तहत जल के महत्व को समझें। आनेवाली पीढ़ियों के लिए हम क्या छोड़कर जाएंगे इसकी चिंता करनी होगी।
ज्ञात हो कि ये बातचीत गौतमबुद्ध नगर के लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा से दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता लोकेश चौहान ने की है।।