टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (17 मई 2023): 17 मई को हर वर्ष वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे के रूप में मनाया जाता है इसका मुख्य उद्देश्य हाइपरटेंशन के विषय में लोगों को जागरूक करना है। हाइपरटेंशन को होने से पूर्व रोका जा सकता है, और होने के पश्चात कंट्रोल भी किया जा सकता है। परंतु हाइपरटेंशन के आंकड़े चिंताजनक हैं एक रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक 44 प्रतिशत युवाओं को हाइपरटेंशन की बीमारी होने का अनुमान है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 30 साल से ऊपर के हर 2 में से एक व्यक्ति को हाइपरटेंशन की बीमारी होगी।
हाइपरटेंशन को शुरुआत में ही कंट्रोल ना किया जाए तो इससे हार्ड अटैक, स्टॉक और किडनी से संबंधित कई भयंकर बीमारियां हो सकती हैं। हाइपरटेंशन की बीमारी को यदि शुरू से ही कंट्रोल कर लिया जाए तो भयंकर बीमारी होने से बचा जा सकता है।
युवा पीढ़ियों में बीमारियों का मुख्य कारण हाइपरटेंशन ही है। एक डाटा के अनुसार भारत की युवा जनसंख्या के 12% लोगों का हाइपरटेंशन डायग्नोसिस के बाद कंट्रोल में आ पाता है।
हाइपरटेंशन को काम करने के लिए कैलाश अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ अमित हांडा बताते हैं कि यदि परिवार में पहले से किसी को हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप की समस्या है तो वह 25 से 30 वर्ष के बीच अपना ब्लड प्रेशर चेक करा ले। हर व्यक्ति को 30 से 35 वर्ष की उम्र के बीच अपना ब्लड प्रेशर चेक करा लेना चाहिए यदि ब्लड प्रेशर 90/130 से ऊपर है, तो आपको हाइपरटेंशन की बीमारी है।
हाइपरटेंशन के इलाज के लिए फार्मालॉजिकल के सहारे यानी डॉक्टर की सलाह से दवाइयां लेकर कंट्रोल किया जा सकता है। डॉ हांडा बताते हैं इन नॉन फार्मालॉजिकल उपायों के द्वारा भी इस समस्या का निदान हो सकता है सप्ताह में 5 दिन, 30 मिनट तक व्यायाम करने से हाइपरटेंशन को कंट्रोल किया जा सकता है।
यदि आप हाइपरटेंशन के शिकार हैं, तो आपको अपनी डाइट को कंट्रोल करना होगा। जिसके अंतर्गत अपने भोजन में नमक की मात्रा को कम करना होगा, फलों को बढ़ाना होगा और पानी का सेवन अत्यधिक करना होगा। यदि आपका वजन अधिक है तो वजन कम करने से भी हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप की समस्या कम हो सकती है।
कम स्ट्रेस लेने और 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेने से भी इस समस्या का कहीं हद तक निदान किया जा सकता है। यदि आप धूम्रपान तंबाकू या किसी भी एल्कोहलिक पदार्थ का सेवन करते हैं तो इसे भी आपको छोड़ना होगा।