टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (06/07/2023): थाना फेस 1 पुलिस ने आज गुरूवार, 06 जुलाई को इलैक्ट्रोनिक सर्विलांस टीम, मैनुअल इंटेलीजेंस व गोपनीय सूचना के आधार पर फर्जी दस्तावेज बनाकर तथा फर्जी रूप से अलग अलग व्यक्तियों की आईडी एवं प्राइवेट लि0 कम्पनियाँ बनाकर धोखाधड़ी कर बैंको से लोन लेकर बैंको को लगभग 23 करोड़ रूपये की आर्थिक हानि पहुँचाने वाले फरार चल रहे एक आरोपी मौ0 रफी उर्फ रफीक पुत्र मौ0 सद्दीक को शिवानी फर्नीचर के पास सै0 10 नोएडा से गिरफ्तार किया गया तथा जिसके कब्जे से एक अदद फिंगर प्रिंट डिवाइस व डाटा केबल तथा 1 आई स्कैनर बरामद किये गये।
बता दें कि जिसके सम्बन्ध में वादी ( डिप्टी वाईस प्रेसिडैंट क्रेडिट एन्टेलीजैंस एवं कंट्रोल एच.डी.एफ.सी. बैंक लिमिडिट) की लिखित तहरीर बाबत अभियुक्तगण द्वारा अवैध रूप से आर्थिक लाभ कमाने के उद्देश्य से फर्जी दस्तावेज बनाकर तथा फर्जी रूप से अलग अलग व्यक्तियों की आईडी एवं प्राइवेट लि0 कम्पनियाँ बनाकर धोखाधड़ी कर बैंक को आर्थिक हानि पहुँचाने के आधार पर थाना फेस 1 नोएडा पर मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें 08 आरोपी को पूर्व में दिनांक 16.05.23 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा विभिन्न फर्जी नामों से आधार कार्ड बनवाकर इन्ही फर्जी नाम से पैन कार्ड बनाकर तथा ROC मे कम्पनी रजिस्टर कराकर तथा विभिन्न अन्य लोगों के आधार कार्ड तथा पैन कार्ड इसी तरह से बनाकर अलग- अलग बैंको मे खाते खुलवाते हैं। इस प्रकार खोले गये खातों मे फर्जी कम्पनी के खाते से सैलरी के रुप मे धन ट्रान्सफर करते हैं। उस धन को एटीएम से निकालकर पुनः उसी कम्पनी के खाते मे जमा करा देते हैं। इस प्रकार 6- 7 महिने सैलरी देने पर ऐसा खातेदार लोन के लिये उपर्युक्त हो जाता है। तब ये लोग आनलाईन लोन एप्लाई करके तथा कई अन्य फाईनेन्स कम्पनियों से कार, मोबाईल व अन्य वस्तुएं फाईनेन्स कराते हैं। लोन के रुपयों को एटीएम के माध्यम से निकालकर तथा फाईनेन्स की वस्तुओं को गबन करके ये लोग बैंक को वापस नही करते हैं। क्योकि यह सब काम गलत नामों से किया जाता है। अतः बैंक इनको पकड़ नही पाता है ये लोग यह काम किराए के फ्लैट लेकर करते हैं GHCL कम्पनी मे फ्राड का काम इन लोगो ने सैक्टर 119 मे एक फ्लैट लेकर किया था। इन लोगो ने अभी तक एचडीएफसी सहित अन्य बैंको से लगभग 23 करोड़ रूपये लोन के रूप में लिये है और वापस नही किये। इस प्रकार बैंको को लगभग 23 करोड़ रूपये की हानि पहुँचायी है। GHCL (फर्जी कम्पनी) कम्पनी ने EPFO में कम्पनी के कर्मचारी के खाते खुलवा रखे थे और समय समय पर EPFO के खाते में पैसा जमा करते थे जिससे कम्पनी का अस्तित्व सही प्रतीत हो और फर्जी कर्मचारी दर्शाकर कर्मचारी के नाम पर लोन लेते समय बैंको को कोई शक न हो।