टेन न्यूज नेटवर्क
हापुड़ (13 सितंबर 2023): राष्ट्रीय लोक दल के प्रवक्ता अंकुर सक्सेना एडवोकेट ने एक बयान जारी कर उत्तर प्रदेश सरकार को अहंकारी एवं आत्ममुग्ध बताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में जब प्रदेश सरकार के उत्पीड़नात्मक रवैये के विरोध में उच्च न्यायालय सहित समस्त अदालतों एवं रजिस्ट्री कार्यालयों में विगत 15 दिनों से काम काज ठप्प है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में गम्भीर आपातकालीन स्थिति होने के कारण प्रदेश के राज्यपाल से तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
आरएलडी प्रवक्ता अंकुर सक्सेना ने कहा कि हापुड़ में शांतिपूर्वक धरना देकर लौट रहे अधिवक्ता भाइयों के ऊपर पुलिस-प्रशासन द्वारा किया गया लाठीचार्ज ब्रिटिश हुकूमत की याद दिलाता है। तब जायज एवं संवैधानिक अधिकारों की मांग करने वालों के ऊपर उस समय की सरकार के इशारे पर पुलिस बल प्रयोग करना और आम जनमानस का उत्पीड़न करना अपना अधिकार समझती थी। हापुड़ प्रकरण में भी अधिवक्ताओं के ऊपर किया गया बर्बर लाठीचार्ज पुलिस तथा सरकार की ब्रिटिश मानसिकता से प्रेरित होने का परिचायक हैं, परंतु वह भूल गए हैं कि स्वतंत्रता आंदोलन में महती और अग्रणी भूमिका निभाने वाला अधिवक्ता वर्ग संघर्ष का सारथी है। सरकार की दमनकारी प्रवृत्ति ने सदैव दूसरों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्ता वर्ग को अपने अधिकारों की लड़ाई हेतु संघर्ष के लिये विवश कर दिया है।
सक्सेना ने आगे कहा कि हापुड़ कांड के दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सरकार द्वारा कोई भी कार्यवाही न किये जाने से स्पष्ट है कि वर्तमान सरकार प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने में विफल है। इसीलिए अपनी विफलता को छुपाने के लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन एवं जायज मांगों पर भी दमनकारी रुख अख्तियार कर रही है।
अंकुर सक्सेना ने कहा कि रालोद प्रदेश सरकार के दमनात्मक रवैये के विरुद्ध अधिवक्ताओं के साथ है, और उत्तर प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को तत्काल लागू किए जाने की मांग का समर्थन करती है।
बता दें कि हापुड़ एवं गाजियाबाद में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच हुए विवाद के बाद माहौल गरम है। पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं पर लाठी चार्ज किए जाने से अधिवक्ताओं में काफी आक्रोश है और वह पुलिस के इस बर्बरतापूर्ण रवैए के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।।