नोएडा : जिलाधिकारी बीएन सिंह द्वारा टीबी जाँच कार्यक्रम के मामले में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया था, जिसमें डीएम द्वारा धूम्रपान से होने वाली परेशानियों को बताया जा रहा था। इसी दौरान जिलाधिकारी को कई मॉल में हुक्का बार चलने और नाबालिगों के हुक्का पीने की शिकायत सामने आई, जिस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट को फोन कर शहर में चल रहे सभी हुक्का बारों पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करने का आदेश जारी किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि अगर इस मामले ने कोई लापरवाही हुई तो मुझे आप के खिलाफ एक्शन लेना पड़ेगा। जिलाधिकारी के आदेश के तुरंत बाद सिटी मजिस्ट्रेट व खाद्य सुरधा अधिकारी द्वारा जयपुरिया प्लाजा पर छापेमारी की गई।
छापेमारी के दौरान कुछ नाबालिग बच्चे हुक्का पीते पकड़े गये। तत्काल हुक्का बार से खाद सुरक्षा विभाग ने नमूने लिए। इसके बाद हुक्का बार को सीज कर दिया गया। इसके बाद टीम सेक्टर 18 में गई। सेक्टर18 में चल रहे हुक्का बारों पर की गई छापेमारी के मामले में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छापे मारी की सूचना सेक्टर 18 हुक्का बार के मालिकों को जयपुरिया प्लाजा से ही किसी ने दे दी थी।
वहीँ हुक्का बार के मालिक ने पुलिस पर हुक्का बार संचालित रखने के लिए अवैध उगाही का आरोप लगाया। कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस पर हुक्का बार मालिक ने आरोप लगाया कि पुलिस हर महीने पचास हजार रुपये लेकर जाती है, उसके बाद भी हुक्का बार पर छापे मारी क्यों ? अब पुलिस पर जिस तरह से अवैध उगाही के आरोप लगे है, उस मामले में देखने वाली बात ये होगी कि प्रशासन दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ किस तरह का रूख अख्तियार करती है।