नॉएडा : शहर को कचरे व् खुले में शौच से मुक्त बनाने के लिए प्राधिकरण ने पूरी तरह से कमर कस ली है साथ ही इसका कार्य भी शुरू हो चूका है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत यानि 2 अक्टूबर तक शहर में 100 अधिक सर्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जायेगा और इसके लिए जगह का भी निरक्षण हो चूका है साथ ही तक़रीबन 80 शौचालय का निर्माण हो चूका है बाकी को भी जल्द पूरा कर लिया जायेगा।
इसके साथ ही प्राधिकरण शहर को और भी सुन्दर बनाने के लिए अनेको पहल कर रहा है शहर की बड़ी समस्या सड़को पर कचरे के ढेर लगे रहते थे जिसकी वजह से लोगो का सड़क पर निकलना मुश्किल हो जाता था साथ ही भयानक बीमारी फैलने का खतरा रहता था , प्राधिकरण जल्द ही शहर की सड़को को कचरा मुक्त करने जा रहा है और अगले साल तक खुले में कचरा डालने व् खुले प्राथमिक कचरा सेंटरों को समाप्त कर दिया जायेगा ,इसके स्थान पर लो डग कंटेनर का प्रयोग किया जायेगा , जिसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाया जा सके। प्राधिकरण शहर को खुले में शौच मुक्त बनाने की मुहिम में जुट गया है। मुहिम के समाप्त होते ही शहर ओडीएफ की श्रेणी में शामिल हो जाएगा। यहां 80 सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है, जबकि 20 और अन्य स्थानों पर शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। प्रत्येक शौचालय के निर्माण में 17 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यह खर्च ठेकेदार कंपनी द्वारा किया जा रहा है। इसके बदले उसे सार्वजनिक शौचालयों के ऊपर विज्ञापन के लिए स्थान दिया गया है, इससे वह इनकी लागत का वहन करेगा। साथ ही एक हिस्सा प्राधिकरण खाते में जमा भी करेगा। समझौते के आधार पर इनका संचालन भी कंपनी द्वारा किया जाएगा। लागत निकलने के बाद वह इसे प्राधिकरण को हस्तांतरित कर देगा। फिलहाल 100 शौचालयों के निर्माण दो अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। लोड कंटेनर से दूर होगी खुले में कचरे की दिक्कत : इसी तर्ज पर शहर को खुले में कचरा मुक्त भी किया जाएगा। यह अभियान दिसंबर 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में देखा गया है कि सेक्टरों के बाहर बने प्राथमिक कचरा घरों में कचरा भरा रहता है, जिससे राहगीरों को दिक्कत होती है। लिहाजा प्राधिकरण यहां एक लोडर कंटेनर का प्रयोग करेगा, जिसमें कचरा डाला जाएगा। ट्रक के जरिये यह कंटेनर को एक स्थान से दूसरा कंटेनर पर रखा जा सकेगा। ऐसे में प्राथमिक कचरा घरों की आवश्यकता नहीं होगी। यह कार्य एक कंपनी द्वारा किया जाएगा।