एचसीएल व RWA सेक्टर 100 villa’s द्वारा SWM कार्यशाला क ा आयोजन किया, बैग वितरण किए

एचसीएल व RWA सेक्टर 100 villa’s द्वारा SWM कार्यशाला का आयोजन किया, बैग वितरण
किए

नॉएडा :
आरडबल्यूऐ सेक्टर 100 में एचसीएल ने SWM और स्वच्छता पर कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में सेक्टर के रेसिडेंट्स ने वेस्ट सेगरीगेशन (गीला-सूखा कचरा अलग-अलग) शुरू करना सीखा। सूखा, गीला, खतरनाक के बारे में जाना, और SWM, कोविड-19 व स्वच्छता के संबंध में सीखा।सीखने के साथ साथ Resident’s ने अपने अनुभव भी साझा किए। एक में किचन वेस्ट और दूसरे में सूखा कचरा डालना है। इसके अलावा बायोमेडिकल वेस्ट को अलग से डब्बे में डाले।

एचसीएल – सीईई टीम गुरप्रीत कौर ने SWM पर चर्चा करते हुए बताया कि कुशल ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली का मुख्य उद्देश्य कूड़े-करकट से अधिकतम मात्रा में उपयोगी संसाधन प्राप्त करना और ऊर्जा का उत्पादन करना है ताकि कम-से-कम मात्रा में अपशिष्ट पदार्थों को लैंडफिल क्षेत्र में फेंकना पड़े। इसका कारण यह है कि लैंडफिल में फेंके जाने वाले कूड़े का भारी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। एक तो इसके लिए काफी जमीन की आवश्यकता होती है जो लगातार कम होती जा रही है, और दूसरे कूड़ा वायु, मिट्टी और जल-प्रदूषण का सम्भावित कारण भी है।

एचसीएल – सीईई टीम ने खतरनाक, गीला, सूखा कूड़े के बारे में विस्तार से बताया तथा सॉलिड बेस्ट मैनेमेंट रूल 2016 के अनुसार घरों से ही कूड़े को अलग अलग लेने का सुझाव दिया। रेसिडेंट्स से घरों से ही कूड़े अलग-अलग देने की अपील की।

रेसिडेंट्स से सेग्रीगेशन के अलावा कंपोस्टिंग के विषय पर भी चर्चा की गई।

अपशिष्ट प्रबंधन(वेस्ट मैनेजमेंट) किए कहते है।

1- अपशिष्ट प्रबंधन से तात्पर्य उस सम्पूर्ण श्रृंखला से है जिसके अंतर्गत अपशिष्ट के निर्माण से लेकर उसके संग्रहण (Collection) व परिवहन (Transport) के साथ प्रसंस्करण (Processing) एवं निस्तारण (Disposal) तक की सम्पूर्ण प्रक्रिया को शामिल किया जाता है।

2- उक्त प्रबंधन तंत्र के अंतर्गत विभिन्न चरणों यथा संग्रहण (Collection), परिवहन (Transport), उपचार (Treatment) और निगरानी (Monitoring) के साथ निस्तारण को भी शामिल किया जाता है।

3- अपशिष्ट पदानुक्रम तीन- आर (3-r’s) का अनुसरण करता है- जो न्यूनीकरण (reduce), पुन: उपयोग (Reuse) और पुनर्चक्रण (Recycle) के रूप में संदर्भित किये जाते हैं। ये तीनों R अपशिष्ट प्रबंधन रणनीति को अपशिष्ट न्यूनीकरण के संदर्भ में उनकी वांछनीयता के अनुसार वर्गीकृत करते हैं।

अंत में आरडब्ल्यूए प्रेसिडेंट चौधरी राजकुमार सिंह ने अपने सेक्टर वासियों से अलगाव करने की अपील कर बोले, ऐसा नहीं कि मैं नहीं करता, उन्होंने कहा सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे सेक्टर से एवं मेरे घर, कार्यस्थल से शुरुआत करुंगा।

इस कार्यशाला का आयोजन आरडब्ल्यूए अध्यक्ष चौधरी राजकुमार सिंह और एचसीऐल – सीईई टीम गुरप्रीत कौर (SWM Expert), संध्या पांडे,अनीता मंडल, सलमान एवं सेक्टर की तरफ से श्री एसके बसाक, रामपाल, देशराज, अजब सिंह, ओमवीर सिंह, विकास, प्रशांत नागर आदि के सहयोग से हुआ।