2014 के बाद भाजपा गठबंधन के पहले मुस्लिम प्रत्याशी, जानें कौन हैं हैदर अली खान

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (25 जनवरी 2022): उत्तरप्रदेश में चुनावी दंगल के बीच इस महायुद्ध में फतेह हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दल एड़ी चोटी का दम लगाए हुई है।दूसरे चरण के चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों द्वारा प्रत्याशियों के नामों का एलान किया जा रहा है।

2014 के बाद पहली बार मुस्लिम प्रत्याशी को मिला टिकट
2014 के बाद यह पहली बार है जब बीजेपी गठबंधन ने किसी मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट दिया है।भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुआई वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) से टिकट पाने वाले पहले मुस्लिम प्रत्याशी हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अपना दल ने स्वार टांडा सीट से कांग्रेस के पूर्व नेता हैदर अली खान को उतारा है।

कौन हैं हैदर अली खान
हैदर अली खान कांग्रेस के दिग्गज नेता नूर बानो के पोते हैं और कांग्रेस नेता नवाब काजिम अली खान के बेटे हैं। दिल्ली के मॉर्डन स्कूल में पढ़ने के बाद हैदर अली विदेश में भी शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं।2017 में उन्होंने पिता का चुनाव प्रबंधन संभाला था। पिता काजिम 2017 में स्वार सीट से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें अब्दुल्ला आजम से हार का सामना करना पड़ा था।

आपको बता दें कि काजिम इस बार रामपुर में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। सपा यहां आजम खान को उतारने जा रही है। रामपुर विधानसभा सीट में जहां आजम और काजिम के बीच में मुकाबला होगा तो स्वार सीट पर दोनों के बेटे एक दूसरे के सामने होंगे।

कांग्रेस ने दिया था टिकट, फिर अपना दल में हुए शामिल
13 जनवरी को हैदर अली को कांग्रेस ने स्वार सीट से टिकट दिया था।पर वह दिल्ली में अपना दल (एस) में शामिल हो गए और उन्हें टिकट भी मिल गया। कहते हैं कि समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और इस समय सीतापुर जेल में बंद आजम खान की रामपुर के नवाब परिवार से पुरानी अदावत है। दोनों परिवार कई चुनावों में एक दूसरे का मुकाबला कर चुके हैं या उम्मीदवार उतार चुके हैं।