भारत के लिए बहु बड़ा अवसर है रूस-यूक्रेन युद्ध, जानें क्या है विशेषज्ञों की राय

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (01/04/2022): को फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स के दिल्ली एनसीआर संयोजक सुशील कुमार जैन ने बताया कि अप्रैल 2020 से मार्च 2021 में भारत और रूस के बीच कुल 8.1 बिलयन डॉलर का व्यापार हुआ। जिसमें भारत से रूस को निर्यात 2.6 बिलियन डॉलर का था। वहीं रूस से आयात 5.48 बिलियन डॉलर का था। हालांकि वर्तमान अवसर के कारण भारत से रूस के निर्यात का आंकड़ा तेजी से बढ़ सकता है।

रूस एवं यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध (Russia-Ukraine War) और विश्व के अनेक देशों द्वारा रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाने के कारण अब रूस में भारतीय सामान की मांग तेजी से बढ़ी है।

ऐसे में भारत के लिए अपने उत्पादों के लिए रूस में बाजार बनाने का यह बड़ा अवसर है. जानकारी मिली है कि अब तक रूस को बड़ी मात्रा में सामान अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोपियन देशों द्वारा भेजा जा रहा था लेकिन रूस पर प्रतिबंधों के चलते अब कोई भी देश रूस को सामान नहीं भेज रहा है। ऐसे हालात में कोफेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) से रूस के अनेक व्यापारिक संस्थानों ने भारतीय सामान के लिए संपर्क किया है। वहीं भारत के व्यापारी भी रूस को भारतीय उत्पादों का निर्यात करने के लिए बेहद इच्छुक हैं।

कैट (CAIT) के सुशील कुमार जैन ने बताया कि रूस में भारतीय उत्पादों की मांग बहुत तेजी से बढ़ी है और पहले चरण में फ्रूट जैम एवं जैली, कॉर्नफ़्लेक्स, मूसली, चाय, कॉफ़ी पाउडर, चीनी, नमक और काली मिर्च के पाउच, मिल्क पाउडर, फल, सब्जी, चीज़, पास्ता का सामान, मक्खन, फ्रूट ड्रिंक, सूप का सामान, मसाले, शहद, बिस्किट्स, अचार, फ्रोज़न स्नैक्स, खाद्यान, केचअप, ओट, रेडीमेड खाना, ब्रेड, चावल, बीन्स, कॉर्नफ्लोर पाउडर, सूप स्टिक्स, आलू के चिप्स आदि सामानों की पैकिंग में तत्‍काल आवश्यकता है।

श्री जैन ने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार रूस ने अपने कुछ गिने चुने बैंकों को रूस में आयात होने वाले सामान के भुगतान के लिए विशेष रूप से अधिकृत किया है। और सभी सामान का भुगतान डॉलर के स्थान पर रूस की करेंसी रूबल से किया जाएगा। यह भारतीय उत्पादों के लिए रूस के बाजार में अपनी पैठ जमाने का सबसे बढ़िया मौका है। कैट इस मामले में भारतीय निर्माताओं और व्यापारियों व रूस के व्यापारियों के बीच एक सेतु का काम करेगा।

सुशील कुमार जैन ने बताया कि जानकारी है कि रूस और भारत ने स्विफ्ट जैसे एक पेमेंट प्लेटफार्म पर अपना कार्यक्रम पूरा कर लिया है। यह नया पेमेंट सिस्टम रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया और रूस के वीईबी जो रूस का डेवलपमेंट कर्पोरशन है के मुख्यालय पर स्थापित होगा. यह नया पेमेंट सिस्टम अगले एक हफ्ते-दस दिनों में शुरू होने की संभावना है जिससे आयात- निर्यात के दस्तावेजों का रुपये और रूबल का निस्तारण हो सकेगा।

आगे श्री जैन ने बताया कि इस विषय पर कैट ने देश के सभी राज्यों के चैप्टर को रूस से प्राप्त इस पहली सूची पर काम करने का आग्रह किया है। ताकि से ज्यादा से ज्यादा भारतीय निर्माता और व्यापारी इसका लाभ उठाकर बड़ी मात्रा में रूस को अपने उत्पाद निर्यात कर सकें। उन्होंने यह भी बताया की कैट ने रूस के अपने संपर्कों से यह भी कहा है कि भारत के अन्य उत्पाद जैसे फुटवियर, खिलौने, रेडीमेड गारमेंट्स, कपड़े, अन्य खाद्यान्न, बिल्डर हार्डवेयर, कागज एवं स्टेशनरी, कंप्यूटर एवं कंप्यूटर का सामान, चश्मे, साइकिल एवं साइकिल पार्ट्स, ऑटो पार्ट्स, जैसे अन्य उत्पादों की मांग के बारे में जानकारी मांगी है।