अचानक गौत्तमबुद्ध नगर में शराब की बिक्री में आई कमी! जानें क्या है पूरा मामला

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (28/05/2022): दिल्ली में चल रहे शराब के ऑफर पर एक बोतल पर एक फ्री मिल रही है इसी को लेकर दिल्ली के सटे गौतमबुद्ध नगर जिले में आबकारी विभाग की मुश्किलें बढ़ गई है। शराब के शौकीन अब नोएडा और गाजियाबाद में महंगी शराब को हाथ भी नहीं लगा रहे हैं वह दिल्ली जाकर खूब शराब पी रहे हैं।

 

गौतमबुद्ध नगर आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ महीने में पूरे जिले में शराब की बिक्री से होने वाले राजस्व संग्रह में लगातार गिरावट आ रही है इसका कारण दिल्ली में चल रहे शराब के ऑफर पर भारी छूट है आबकारी विभाग में पिछले वर्ष की तुलना में आबकारी राजस्व में आ रही कमी के कारण बड़ा परेशान है वह इस प्रकार की स्थिति से निकलने के लिए कुछ नई रणनीतियां तैयार कर रहा है।

 

दिल्ली के ऑफर के कारण नोएडा गाजियाबाद में होने वाली शराब की तस्करी मामले को लेकर अभी कुछ दिन पहले यूपी और दिल्ली के आबकारी विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई थी। इसमें दिल्ली में एक व्यक्ति को 8 लीटर से अधिक शराब न देने और तस्करी पर रोक के लिए छापेमारी भी की जा रही थी। लेकिन दिल्ली और यूपी की सीमा में आसानी से शराब को लाने का कार्य लगातार किया जा रहा है अभी पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा के एक बार एक छापे में बड़ी मात्रा में दिल्ली की बीयर बरामद की गई थी। इस पूरी स्थिति से सरकार से लेकर जिला आबकारी के अधिकारियों की परेशानी को बढ़ा दिया है।

गौतम बुद्ध नगर जिले के जिला आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में राजस्व संग्रह के मामले में जिला गौतमबुद्ध नगर पूरे राज्य में सातवें स्थान पर रहा था। अब हम निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं हम कुछ जिलों में से हैं जहां महंगी विदेशी शराब की बिक्री काफी हुआ करती थी लेकिन जब से दिल्ली में एक बोतल पर एक फ्री मिल रही है स्थिति बहुत अलग हो गई है हम इस महीने के लिए अपना लक्ष्य लगभग 62 फीसदी ही पूरा कर पाए हैं इस महीने के 3 दिन शेष बचे हैं हमें आमतौर पर हर महीने अपने लक्ष्य को पार किया करते थे लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है।

 

राकेश बहादुर सिंह ने कहा कि पिछले साल मई में 10 लाख से ज्यादा अधिक शराब की बोतल जिले में बिकी थी इस साल मई में अब तक बड़ी मुश्किल से 6 लाख बोतलें बेचने में कामयाब रहे हैं हमें अपने अधिकांश राजस्व विदेशी शराब की श्रेणी में खो दिया है बियर के ब्रांड में नुकसान कम रहा है लगभग 10 से 15 फ़ीसदी बीयर का सेवन आमतौर पर ठंडा और तुरंत किया जाता है इसलिए बियर में ज्यादा नुकसान नहीं रहा है और बीयर को खरीदने लोग दूर-दूर तक नहीं जाते हैं देसी शराब पीने वाले लोग भी घर के पास से ही खरीदना पसंद करते हैं सबसे अधिक गिरावट विदेशी शराब और भारत में निर्मित विदेशी शराब में दर्ज की गई है।