आंध्रा, असम, बिहार तथा छत्तीसगढ़ के उत्पादों की सरस मेले में रही धूम

नोएडा। सेक्टर-33ए स्थित नोएडा हाट में ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान द्वारा आयोजित सरस आजीविका सरस मेले में छठे दिन लोगों, विशेषकर महिलाओं तथा युवतियों ने जमकर खरीददारी की। बुधवार को मेले में छठे दिन जम्मू-कश्मीर के कलाकारों ने मंच पर सुप्रसिद्ध रॉक डांस की प्रस्तुति दी। अपनी कला के शानदार प्रदर्शन से जम्मू-कश्मीर के कलाकारों ने यहा उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। इसके साथ ही गुरुवार, 23 फरवरी को गुजरात के कलाकार वहां के प्रसिद्ध लोकनृत्य डांडिया गरबा का मंच पर प्रदर्शन करेंगे। मेले में बुधवार को विभिन्न राज्यों के आकर्षक उत्पादों की जमकर खरीददारी की गई। आंध्र प्रदेश की नर्रा सुनीथा के समूह विनायका के फूड प्रोडक्ट्स की लोगों ने जमकर खरीददारी की। आंध्रा के ही के. रेवाथी के हैंडीक्राफ्ट उत्पाद जैसे वुड कार्विंग लोगों की खसी पसंद बने। असम की प्रतिभा डेका के भाग्य ज्योति समूह के हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की खासी धूम रही। असम से ही पम्पी तलुकदार के मां लक्ष्मी समूह के हैंडीक्राफ्ट के बम्बू प्रोडक्ट्स की महिलाओं ने जमकर खरीददारी की। उधर बिहार की किरन देवी के वैष्णो समूह फूड प्रोडक्ट्स में सत्तू लोगों की पसंद बने। बिहार से ही गुड़िया देवी के ज्योति समूह के हैंडीक्राफ्ट के डेकोरेटिव आइटम्स की खरीददारी भी जमकर हुई। छत्तीसगढ़ से हेमवंतिन नाग के जय मां लक्ष्मी समूह के मसाले लोगों को खूब भा रहे हैं। छत्तीसगढ़ से ही पदमावती झारा के जय बुद्धि मां समूह के हैंडीक्राफ्ट बैल मेटल ने खासी धूम मचा रखी है। इसके साथ ही विभिन्न राज्यों के महिला समूहों के द्वारा निर्मित उत्पादों की भी लोगों ने जमकर खरीददारी की। हैंडीक्राफ्ट, ज्वैलरी और होम डेकोर के प्रोडक्ट्स के रूप में आंध्र प्रदेश की पर्ल ज्वैलरी, वूडन उत्पाद, आसाम का वाटर हायजिनिथ हैंड बैग और योगामैट, बिहार से लाहकी चूड़ी, मधुबनी पेंटिंग और सिक्की क्राफ्ट्स, छत्तीसगढ़ से बेलमेटल प्रोडक्ट्स, मडमिरर वर्क और डोरी वर्क गुजरात से, हरियाणा, का टेरा कोटा, झारखंड की ट्राइबल ज्वैलरी, कर्नाटक का चन्ननपटना खिलौना मेले में उपलब्ध हैं।
हैंडलूम सरस आजीविका मेला 2023 में कुछ उत्कृष्ट प्रदर्शन जो हैंडलूम, साड़ी और ड्रेस मेटिरियल में विभिन्न राज्यों से हैं वो इस प्रकार हैं- टसर की साड़ियां, बाघ प्रिंट, गुजरात की पटोला साड़ियां, काथा की साड़ियां, राजस्थानी प्रिंट, चंदेरी साड़ियां। हिमाचल उत्तराखंड के ऊनी उत्पाद व हैंडलूम के विभिन्न उत्पाद, झारखंड के पलाश उत्पाद व प्राकृतिक खाद्य सहित मेले में पूरे भारत की ग्रामीण संस्कृति के विविधता भरे उत्पाद उपलब्ध हैं।
इसके साथ ही सबाईग्रास प्रोडक्टस, पटचित्र आनपाल्मलीव ओडिशा, तेलंगाना से लेदर बैग, वाल हैंगिंग और लैंप सेड्स, उत्तर प्रदेश से होम डेकोर, और पश्चिम बंगाल से डोकरा क्राप्ट, सितल पट्टी और डायवर्सीफाइड प्रोडक्ट्स ये सभी रहेंगे। साथ ही प्राकृतिक खाद्य पदार्थ भी फूड स्टाल पर मौजूद होंगे। प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के रूप्ा में अदरक, चाय, दाल कॉफी, पापड़, एपल जैम और अचार आदि उपलब्ध रहेंगे। साथ ही मेले में बच्चों के मनोरंजन का भी पुख्ता इंतजाम किया जाएगा। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लोग भरपूर आनंद उठा पाएंगे।
एनआईआरडीपीआर के असिस्टेंट डायरेक्टर चिरंजी लाल कटारिया ने बताया कि मेले में सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के पुख्ता इंतजाम रखे गए हैं।