INDIA वनाम NDA आगामी चुनाव

नवीन दुबे-एडवोकेट

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (19//08/2023): निःसंदेह INDIA ने शुरुआत बहुत अच्छी की है लेकिन क्या ये गठबंधन अपने मुकाम तक पहुंचेगा ? ये एक बड़ा सवाल है । उधर NDA में भी टिकट वितरण के बाद भगदड़ मचना तय है साथ ही 3 प्रमुख राज्यों के विधानसभा चुनाव भी काफी हद तक तस्वीर साफ कर देंगे ।

भाजपा की कोशिश ये रहेगी कि विधानसभा चुनाव पहले हो जाएं ताकि INDIA गठबंधन के दल राज्यों में आपस मे ही लड़कर आगे की राह खुद ही बंद कर लें । इस प्रयास में भाजपा काफी हद तक सफल होती दिख भी रही है ।

80 लोकसभा सीटों बाले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का गठबंधन सपा और बसपा से पहले भी हो चुका है जिसके परिणाम उन दलों के लिए अच्छे नहीं रहे इधर सपा के एक बड़े नेता पर भी भाजपा डोरे डाल रही है हो सकता है वो बड़े नेता भाजपा की टिकट पर या निर्दलीय ही मैनपुरी से लड़ जाएं और सपा चारों खाने चित्त हो जाये कांग्रेस ने सबसे बड़ी गलती ये की कि उसने 11 महीने पहलेबृजलाल खाबरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया लेकिन वह कुछ कर नहीं सके साथ ही प्रदेश में कांग्रेस अपने संगठन को खड़ा नहीं कर सकी जिसका लाभ सपा को मिल सकता है लेकिन मुस्लिम मतदाताओं का झुकाव इस बार सपा की बजाय कांग्रेस की तरफ ज्यादा है ऐसे में कांग्रेस अगर 10 से अधिक मुस्लिम बाहुल्य बाली सीटों पर लड़ती है तो INDIA को बड़ा लाभ मिल सकता है लेकिन ये संभव नहीं हो सकता क्योंकि सपा प्रदेश के मुस्लिम मतदाताओं पर अपना एकाधिकार समझती है ।

2019 में NDA को 42% और UPA को 37% वोट मिले थे ऐसे में ये 5% वोटर तो तटस्थ नहीं हैं तथा कहीं भी जा सकते हैं यही निर्णायक होंगे जिसमे एक बड़ा वर्ग सरकारी कर्मचारियों( पुरानी पेंसन की बहाली को लेकर) महंगाई को लेकर अन्य वर्ग ,रोजगार को लेकर युवा वर्ग मोदी सरकार से खासा नाराज़ है साथ ही भाजपा के सांसदों ने अपने क्षेत्र में कुछ किया नहीं क्योंकि उनको कुछ करने ही नहीं दिया गया ऐसे में जनता के क्रोध का कोप भाजन बनना उनका भी तय है ।

हालांकि विधानसभा चुनावों के बाद INDIA गठबंधन की तस्वीर और साफ हो जाएगी साथ ही कांग्रेस अगर आक्रामक तरीके से चुनाव मैदान में आती है तो इसका लाभ कांग्रेस को मिलना तय है इधर राहुल गांधी ने भारत बचाओ यात्रा जब से की है निःसंदेह उनकी छवि बेहतर बनी है इधर उत्तर प्रदेश में अजय राय को नेतृत्व देकर कांग्रेस ने बड़ा दांव खेल दिया है क्योंकि भाजपा से नाराज ब्राह्मण भी विकल्प की तलाश में है साथ ही 5% वोटों का इजाफा ही INDIA गठबंधन के लिए रामबाण सिद्ध होगा
….क्रमशः आगे जारी रहेगा