उत्सवी माहौल में मनाया गया साहित्य नवसृजन गाजियाबाद का द्वितीय वार्षिक उत्सव

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (10/07/2022): हर्षपूर्वक एवं काफी धूम-धाम से उत्सवी माहौल में मनाया गया साहित्य नवसृजन गाजियाबाद का द्वितीय वार्षिक महोत्सव।

जिसमें कई ख्वातिप्राप्त साहित्यिक हस्तियों को सम्मानित किया गया। यह साहित्यिक समारोह नोएडा के सेक्टर 126 में स्थित एससीएल में मनाया गया।

सम्मान समारोह में डॉ राधेश्याम बंधु वरिष्ठ नव गीतकार; मुख्य अतिथि डॉ आशीष कंदवे संपादक पत्रिका गगनांचल; विशिष्ट अतिथि के रूप में आशुतोष अग्निहोत्री ब्यूरो चीफ दैनिक जागरण गाजियाबाद; डॉ इंदिरा मोहन अध्यक्ष दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मेलन; पप्पू पहलवान महानगर महामंत्री बीजेपी गाजियाबाद; और कोमल वर्मा महासचिव प्रवासी साहित्य अध्ययन केंद्र; सहित कई हस्तियों ने शिरकत की।

 

कार्यक्रम की शुरुआत सभी साहित्यिक लोगों द्वारा सरस्वती मां के समक्ष दीप प्रज्वलित कर और पुष्प अर्पित कर की गई फिर कार्यक्रम को आगे की तरफ बढ़ाया गया, जहां लोगों को साहित्यिक नवसृजन द्वारा साहित्यिक लोगों से जुड़े हुए लोगों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।और साहित्य पर प्रकाश डाला गया। मंच संचालन की जिम्मेदारी अनुपमा पांडे ने बखूबी निभाई।

साहित्य सर्जन गाजियाबाद के अध्यक्ष ओंकार त्रिपाठी ने राधेश्याम बंधु के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राधेश्याम बंधु का जन्म 10 जुलाई को उत्तर प्रदेश में हुआ था। और उनकी मुख्य कृतियां प्याज का हिरण, नदिया क्यों चुप नवगीत के नए प्रतिमान है। राधेश्याम बंधु को कई बड़े पुरस्कार और सम्मेलन में सम्मानित किया जा चुका है जैसे साहित्यिक राष्ट्रपति सम्मान ,जयशंकर प्रसाद पुरस्कार हिंदी अकादमी दिल्ली से साहित्य कीर्ति पुरस्कार आदि पुष्कर से राधेश्याम बंधु को सम्मानित किया जा चुका है। एक छोटे से शहर से उठकर हिंदी साहित्य में काफी नाम कमा चुके हैं और वह सभी हमारे मार्गदर्शक हैं।

इंदिरा मोहन अध्यक्ष दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मेलन ने संबोधित करते हुए कहा कि आज हर व्यक्ति अपने आप को केंद्र मानता है हिंदी भाषा अपने हर्ष पर है। हिंदी के बारे में विचार करना चाहिए हिंदी तो बहुत प्यारी भाषा है,और आज के समय में लोग हिंदी से दूर भागते जा रहे हैं। हिंदी को हमें अपनाना होगा जानना होगा समझना होगा।

 

उन्होंने कहा कि महिलाएं चाहे सब कुछ कर सकती है महिलाएं सब लोगों को जोड़ कर रखती है जोड़ना जानती है एक महिला मां भी है बेटी भी है बहू भी है एक महिला के अनेकों रूप है।

डॉक्टर आशीष कंधवे संपादक पत्रिका गगनांचल ने संबोधित करते हुए कहा कि आज का उत्तर प्रदेश यानी उत्तम प्रदेश उत्तम प्रदेश यानी बाबा योगी और योगी का मतलब जो सनातन को आगे बढ़ा रहा है, और यह सब इन सब के नायक हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की देन है। उन्होंने कहा कि साहित्य से ही समाज का उत्थान होता है। साहित्य ने हमारे समाज को बहुत कुछ दिया है, और आगे भी देता रहेगा । साहित्य अनेक कवियों के बारे में कहा कि जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि। देश में भाजपा सरकार आने के बाद हिंदी को एक अहम मुकाम मिला है और हम सबको मिलकर साथ में हिंदी को आगे बढ़ाना है।

साहित्यिक क्षेत्र से जुड़े हस्तियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया मुख्य रूप से डॉक्टर सुशील पांडे, बाबा कानपुरी, डॉ रमन सिंह डॉक्टर तारा गुप्ता शिवकुमार , आदि लोगों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।।