नोएडा – ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस से दिल्ली एवं नोएडा आने जाने वाले एक्सप्रेस वे पर भारी यातायात के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। इस यातायात समस्या के निस्तारण के लिए नोएडा प्राधिकरण द्वारा दिल्ली स्थित चिल्ला रेगुलेटर से महामाया फ्लाईओवर तक शाहदरा ड्रेन के किनारे 6 लेन के एलिविटेड कॉरिडोर की परियोजना की फिजिबिलिटी रिपोर्ट वर्ष 2013 में यूटीटीपीईसी एवं शाहदरा ड्रेन पर निर्माण कराने के लिए दिल्ली सिचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग से अनापत्ति प्राप्त कराने के लिए भेजा गया था।
दिल्ली सिचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग से अनापत्ति प्राप्त ने होने के कारण इस परियोजना को दिल्ली के राजयपाल द्वारा वर्ष 2016 को गवर्निंग बॉडी की 57वीं बैठक में में भी स्वीकृति प्रदान नहीं की गई थी। इस परियोजना के लिए स्वीकृति प्राप्त करने के लिए फिर से दिल्ली सिचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग एवं
यूटीटीपीईसी परियोजना के लिए 2018 में भेजा गया। जिस पर दिल्ली सिचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 4 दिसंबर को अपनी अनापत्ति दर्ज करा दी है। आज यूटीटीपीईसी की 58 वीं गवर्निंग बॉडी बैठक में दिल्ली से जोड़ने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह एलिविटेड रोड मयूर विहार फ्लाईओवर से प्रारंभ होकर नोएडा सेक्टर-14,15,16 एवं 18 से होते हुए महामाया फ्लाईओवर के पास नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर समाप्त होगा।
इस परियोजना में कुल 650 करोड़ रूपये की लागत आएगी। लागत की 50 प्रतिशत धनराशि नोएडा प्राधिकरण व 50 प्रतिशत उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी। परियोजना की कुल लंबाई साढ़े 5 किलोमीटर होगी और इसे जनवरी 2019 में शुरू कर दिया जाएगा। जिसे पूरा होने में करीब 42 माह का समय लगेगा