जीरो टॉलरेंस नीति ने लगाया अपराध पर लगाम

क्या जीरो टॉलरेंस नीति से भेयमुक्त हो रहा है प्रदेश?
योगी सरकार के आने के बाद से देश में ऐसी कई नीतियाँ लाई गई है जो कि क्राइम को मात देने में सक्षम हुई हैं।

प्रदेश सरकार ने बेहतर पुलिसिंग के लिए लखनऊ, नोएडा और वाराणसी में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू की गई है। और साथ ही 214 नए थानों की स्थापना कि गई है। और साथ ही पुलिस अधीक्षक कार्यालयों में एफ.आर.आई काउंटर भी खोले गए हैं। प्रदेश को अपराध मुक्त करने के लिए प्रदेश सरकार ने कई लखनऊ में पुलिस फोरेंसिक यूनिवर्सिटी का निर्माण शुरू हुआ है।

इससे पहले कानून व्यवस्था को लेकर योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति में 800 माफिया को चिन्हित किया है। और पुलिस प्रशासन माफियाओं के खिलाफ सख्स कारवाई कर रही है। अब तक ढाई अरब रुपये की अवैध संपति जब्त हो चुकी है और 567 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई चल रही है।

बीते कुछ दिनों में मुख्तार अंसारी पर भी योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का असर दिखा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर शुरू नें ही आगाह कर दिया था। और उनका कहना है कि अपराधियों के लिए प्रदेश में जगह नहीं है। अपराधी जेल में रहेंगे या प्रदेश के बाहर। पुलिस प्रशासन ने जीरो टॉलरेंस नीति पर बखूबी काम किया और मुकदमे दर्ज कर 668 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। ओर साथ हो पुलिस की मुठभेड़ में तीन आपराधिक माफिया को मार भी गिराया है।

पिछ्ले कुछ सालों में योगी सरकार ने जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर अपराध पर लगाम लगाई है।