कोरोनाकाल के प्रतिवंधो के बाबजूद दिसंबर 2021 के लिए 1,29,780 करोड़ रुपये का सकल जीएसटी राजस्व संग्रह।

NOIDA (01/01/2022): आज सरकार द्वारा जारी जी एस टी कलेक्शन के ऑकड़ो के आधार पर कोरोनाकाल के प्रतिवंधो के बाबजूद दिसंबर 2021 के महीने में एकत्रित सकल जीएसटी राजस्व 1,29,780 करोड़ रुपये है, जिसमें सीजीएसटी 22,578 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 28,658 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 69,155 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्र 37,527 करोड़ रुपये सहित) और उपकर है। 9,389 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 614 करोड़ रुपये सहित)।

सरकार ने नियमित निपटान के रूप में IGST से 25,568 करोड़ रुपये CGST और 21,102 करोड़ रुपये SGST को तय किए हैं। निपटान के बाद दिसंबर 2021 के महीने में केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 48,146 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 49,760 करोड़ रुपये है।

दिसंबर 2021 के महीने के लिए राजस्व पिछले साल के इसी महीने में जीएसटी राजस्व की तुलना में 13% अधिक है और दिसंबर 2019 में जीएसटी राजस्व से 26% अधिक है। महीने के दौरान, माल के आयात से राजस्व 36% अधिक था और राजस्व घरेलू लेनदेन से (सेवाओं के आयात सहित) पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से प्राप्त राजस्व से 5% अधिक है।

सुशील कुमार जैन, अध्यक्ष , सेक्टर 18 मार्किट ऐसोसिएशन नोएडा एवं संयोजक कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स दिल्ली एन सी आर , ने कहा कि अक्टूबर, 2021 (7.4 करोड़) के महीने की तुलना में नवंबर, 2021 (6.1 करोड़) के महीने में ई-वे बिलों की संख्या में 17% की कमी के बावजूद महीने में जीएसटी संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये के करीब है।

सुशील कुमार जैन ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए औसत मासिक सकल जीएसटी संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये रहा है, जबकि पहली और दूसरी तिमाही में औसत मासिक संग्रह क्रमशः 1.10 लाख करोड़ रुपये और 1.15 लाख करोड़ रुपये था। आर्थिक सुधार के साथ, करचोरी रोकने कि गतिविधियों, विशेष रूप से नकली बिक्री बिलिंग के खिलाफ कार्रवाई, जीएसटी को बढ़ाने में योगदान दे रही है। राजस्व में सुधार और अधिक संभव होगा यदि रिवर्स जी एस टी पर सुधार के काम को ठीक करने के लिए परिषद द्वारा किए गए विभिन्न दर युक्तिकरण उपायों को प्रभावी तरीको से अपनाया जायेगा एवं विभिन्न व्य्पारिक संगठनो की सलाह पर काय्य करके व्यापारिक संगठनो को साथ लेकर आगे नियम कानूनो को सरल बनाया जायेगा। उम्मीद है कि राजस्व में सकारात्मक रुझान अगली तिमाही में भी जारी रहेगा।

 

By सुशील कुमार जैन