रेल की चपेट में आने से एक वर्ष में मारे गए 12 हाथी, आरटीआई एक्टिविस्ट रंजन तोमर को भारत सरकार ने दिया जवाब

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (28/03/2022): पिछले एक वर्ष में बारह हाथियों की मौत रेल दुर्घटना में हो चुकी है, यह जानकारी नोएडा के समाजसेवी एवं आरटीआई एक्टिविस्ट रंजन तोमर को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा एक आरटीआई के जवाब में दी गई।

 

 

गौरतलब हो कि रंजन तोमर ने जनवरी 2021 से अबतक की जानकारी मांगी थी। इस जानकारी के अनुसार सबसे ज़्यादा हाथियों की मौत आसाम में हुई जहाँ पाँच हाथियों की मौत रेल के चपेट में आने से हो गई। इसके बाद ओडिशा में चार हाथियों और तमिलनाडु, झारखण्ड, कर्नाटक में एक-एक हाथी की मौत रेल के चपेट में आने से हो चुकी है।

जबकि अभी तक उत्तराखंड से मंत्रालय को जानकारी नहीं मिली है। वहीं त्रिपुरा, केरल, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में किसी भी हाथी की मृत्यु रेलवे के चपेट में आने से नहीं हुई है।

इस जानकारी से पर्यावरणविद चिंतित हैं, श्री तोमर ने कहा की एक्सीडेंट के कारण हाथियों के हो रहे मौतों पर लगाम लगाने का प्रयास किया जाने चाहिए। जानवरों के रेलवे ट्रैक पार करने हेतु एनिमल कॉरिडोर बनाए जाने चाहिए।

आगे उन्होंने कहा कि रेलवे ड्राइवर को अधिक ट्रेनिंग की आवश्यकता है। हाथियों की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में ड्राइवर को जानकारी देने हेतु बोर्ड लगाए जाने चाहिए और यह भी कोशिश हो के ऐसे इलाकों में यात्री ट्रैक के समीप खाना न डालें,और इसके आलावा सरकार को अन्य उपाय भी करने होंगे। बता दें कि हाल ही में रंजन तोमर द्वारा किए गए आरटीआई से महाराष्ट्र में भूचाल आ गया था जब वहां के मुख्यमंत्री को सदन में वहां बढ़ते हाथियों के शिकार के कारण जवाब देना पड़ा था।