विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले गैंग का पुलिस ने किया पर्दाफाश, पढ़े पूरी रिपोर्ट

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (13 अक्टूबर 2022): लोगों को विदेश भेजने के नामपर धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा करने वाले एक गिरोह का थाना सेक्टर 20 पुलिस ने किया पर्दाफाश।आपको बता दें इस पूरे मामले की जानाकारी देने हेतु एडीसीपी नोएडा आशुतोष द्विवेदी द्वारा प्रेस ब्रीफिंग की गई। इस दौरान मिली जानकारी के मुताबिक गैंग के 02 मास्टर माइन्ड अपराधी को गिरफ्तार किया गया है।कब्जे से 80 अदद पासपोर्ट, 22 अदद फर्जी आधार कार्ड, 01 अदद प्रिंटर, 03 अदद मोबाइल फोन, 01 डेस्कटप, 01 सीपीयू, 01 लैपटॉप, 01 की-बोर्ड व 04 लाख 24 हजार रू0 की बरामदगी की गई।

दोनों आरोपी सुधीर सिंह पुत्र रामजी सिंह निवासी ग्राम देवरिया थाना महाराजगंज जिला सिवान बिहार हाल पता ग्राम गढी चौखन्डी थाना फेस- 03 नोएडा गौतमबुद्धनगर उम्र 46 वर्ष, हमीद पुत्र करीम निवासी ग्राम धरमोली थाना स्याम दवरूवा जिला महाराजगंज उत्तर प्रदेश हाल पता खोडा कालोनी जिला गाजियाबाद को सेक्टर 27 स्थित श्रीजी पैलेस के प्रथम तल पर संचालित अनाधिकृत कार्यालय से 10.55 बजे गिरफ्तार किया गया है ।

 

उल्लेखनीय है कि दिनांक 09.10.2022 को आवेदक अंकुर कुमार सिंह पुत्र अशोक सिंह निवासी ग्राम व पोस्ट बटलही रूद्रपुर देवरिया उत्तर प्रदेश सहित कुल 15 व्यक्तियों द्वारा स्वंय के साथ इराक में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधडी करके फर्जी वीजा व एयर लाइन्स टिकट तैयार कर 65 हजार से 1 लाख रूपये तक प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से धोखाधड़ी करने के संबंध में दी गई तहरीर के आधार पर थाना सेक्टर 20, नोएडा पर मु0अ0सं0 433/2022 धारा 420/467/468/471/120-बी भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया था।

आपको बता दें कि ये सभी आरोपी अपनी पहचान छिपा कर एक कार्यालय किराए पर लेता है, तथा अम्बा इन्टरप्राइजेस नाम से फर्जी कम्पनी तैयार की गई तथा GULF COURSE नाम से फेस-बुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर गल्फ देशों में जिनमें मुख्यः इराक, दुबई, बहरीन आदि, नौकरी लगवाने का विज्ञापन प्रसारित किया जाता था । इस विज्ञापन को देखकर मध्यम वर्गीय गरीब परिवार के लोग नौकरी लेने के लिए विज्ञापन में अंकित मो0 नम्बरों से उक्त गैंग द्वारा स्थापित किए गए अस्थाई कार्यालय में गैंग के सदस्यों से संपर्क करते है । इसके बाद गैंग द्वारा लोगों को कार्यालय बुलाकर गल्फ देशों में नौकरी लगवाने के नाम की फर्जी प्रक्रिया समझायी जाती थी । इस प्रक्रिया के तहत यह अपराधीगण आवेदनकर्ताओं से उनका पासपोर्ट ले लिया जाता है तथा फर्जी वीजा एवं एयर लाइन्स के फर्जी टिकट तैयार किये जाते हैं । इसी दौरान पूर्व से निर्धारित योजना के मुताबिक आवेदनकर्ताओं का फर्जी चिकित्सीय परीक्षण भी कराया जाता है । इसी प्रक्रिया के दौरान यह अपराधी आवेदनकर्ताओं से करीब 65 हजार से एक लाख रूपये की धनराशि प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से अकाउंट में ट्रांन्सफर एवं नगद रूप में वसूल करली जाती है । जब आवेदनकर्ताओं की संख्या अत्यधिक हो जाती है तो यह सभी अपराधीगण अपना कार्यालय एवं मोबाइल फोन बन्द करके फरार हो जाते हैं तथा फिर अपना कार्यालय किसी अन्य जनपद एवं किसी राज्य में खोल कर पुनः धोखाधडी का कार्य प्रारंभ कर देते है ।

ये सभी आरोपी ऐसे आवेदनकर्ताओं के साथ धोखाधडी करते है जो पूर्वी उत्तर प्रदेश या अन्य राज्य जैसे आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र आदि के रहने वाले है तथा बार-बार अपने रूपयों की मांग हेतु इनके कार्यालय में नहीं पहुंच पाते है ।

इस मामले अबतक 2 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है वहीं 5 अन्य आरोपी मो0 फिरोज निवासी न्यू फ्रैडस कालोनी दिल्ली, वैद्यनाथ यादव पुत्र लालधर यादव नि0 ग्राम मदनपुर खादर दिल्ली , मुस्तकीम उर्फ समीर नि0 संगम विहार दिल्ली, डा0 दानिश नि0 न्यू फ्रैडस कालोनी दिल्ली, कुलदीप नि0 न्यू फ्रैडस कालोनी दिल्ली फरार है, इन सबों की तालाश जारी है।।