यातायात नियमों को तोड़ने वालो की अब खैर नही, रडार कैमरे से कटेगा चालान।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालक सावधान हो जाएं। एक्सप्रेस-वे पर आज से रडार बेस्ड कैमरे से चालान किया जाएगा। महामाया फ्लाईओवर के पास खंभे पर लगाया गया यह स्मार्ट कैमरा ओवर स्पीड के साथ गलत दिशा व लेन, बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के साथ बाइक पर तीन लोग सवार हैं, तो उनका भी स्वत: चालान करेगा। वहीं, ट्रायल के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन करते हुए कैमरे में कैद वाहन चालकों से भी जुर्माना वसूला जाएगा।15 दिन चले ट्रायल में 2500 वाहनों का कटा चालान
फ्रांस की आइडिमिया कंपनी ने रडार बेस्ड कैमरे को बनाया है। विभाग रडार बेस्ड ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (एएमपीआर) कैमरे का 15 दिन से ट्रायल कर रहा था। ट्रायल के पहले सप्ताह 1200 वाहन चालकों ने यातायात नियम तोड़े, जबकि दूसरे सप्ताह 1500 वाहन कैमरे में कैद हुए हैं। इन वाहन चालकों की डिटेल एनआइसी से सफलतापूर्वक संबद्ध कर ली गई है। अब इनकी डिटेल प्राप्त कर विभाग ने नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के घर चालान की कॉपी भेजने पर काम शुरू कर दिया है।
इस तरह दिन व रात काम करेगा रडार कैमरा
यह कैमरा 180 डिग्री तक घूमता रहेगा और 40 मीटर दूर तक के वाहनों को स्पष्ट कैद कर सकेगा। स्मार्ट कैमरा वाहन की गति, तीन सवारी, बगैर हेलमेट व सीट बेल्ट, गलत दिशा व लेन को समझने में सक्षम है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे या यमुना एक्सप्रेस-वे पर लगे कैमरे सिर्फ ओवर स्पीड का ही चालान करने में सक्षम हैं। वहीं, स्मार्ट कैमरा अब वाहनों के प्रकार व उसकी निर्धारित गति सीमा, गलत लेन व दिशा के साथ अब नियम विरूद्ध ओवरटेक पर भी स्वत: चालान करेगा।
रात में भी कार के अंदर बैठे व्यक्ति की ले सकेगा साफ तस्वीर

यह एक इंफ्रारेड युक्त कैमरा है, जो रात के अंधेरे में स्वत: काम करना शुरू कर देता है। कार में चालक व बगल की सीट पर बैठे व्यक्ति ने सीट बेल्ट नहीं लगाया है, तो पढ़ सकता है और उनका चालान काट देगा। विभाग यह चालान डाक से उनके घर भेजेगा। साथ ही रात के अंधेरे में नियमों का उल्लंघन करने वाले भी कैमरे की नजर से नहीं बच सकेंगे। रडार बेस्ड कैमरे का प्रयोग सफल होने के बाद अब इसे लागू कर दिया गया है। यह कैमरा गलत लेन व दिशा, बिना हेलमेट व सीट बेल्ट, तीन सवारी का स्वत: चालान करेगा। ट्रायल के दौरान नियमों का उल्लंघन करने वालों से जुर्माना वसूलने के लिए उनके घर चालान की प्रति भेजी जा रही है।