जानें, 46 साल में नोएडा कैसे बना प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक शहर

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (27/03/2022): 17 अप्रैल 1975 को उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी नोएडा का स्थापना दिवस मनाया जाता है। आखिरी 2 सालों से कोरोना के चलते स्थापना दिवस पूरी सादगी से आयोजित नही हो पाया था, लेकिन इस बार 17 अप्रैल को नोएडा स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा।

नोएडा की स्थापना औद्योगिक शहर के रूप में हुई थी, शुरुआत के 2 दशकों में यहां पर औद्योगिक क्षेत्र के लगाने पर जोर रहा। छोटे और मध्यम उद्योग बड़े पैमाने पर आए। सेक्टर 1 से 11 तक नोएडा का पहला फेस उद्योगों से गुलजार हुआ और कई बड़े उद्योग भी लगे।

नोएडा फेस दो और तीन मे माल्टिनेशनल कम्पनियों का आगमन हुआ।उद्योगों के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रगति करते हुए कई शिक्षण संस्थान खोले गए । वर्ष 2000 से पहले तक नोएडा की पहचान बड़े औद्योगिक शहर के रूप में होने लगी यहां पर बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिले।

नोएडा अपनी आईटी सेवाओं को लेकर जानी जाती है जैसे पाइनलैब ,सैमसंग, बार्कलेज,हेड स्ट्रांग,आईबीएम आदि बहुत कंपनियों के दफ्तर नोएडा शहर के सेक्टर 62 में है, कई बड़ी सॉफ्टवेयर ऑफ बिजनेस प्रोसेस के कार्यालय हैं नोएडा में,इतना ही नहीं सभी प्रमुख बैंकों की शाखाएं है।

नोएडा को औद्योगिक क्षेत्र बनाने में कई कंपनियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है और नोएडा में कई ऐसी कंपनियां स्थित है जो लोगों को रोजगार दे रही है। जैसे मदरसन सूमी सिस्टम्स, सैनटेक इंडिया, ड्रीमटेक इंडिया, स्टोरी ऑन इंडिया , डिक्सन टेक्नोलॉजी इंडिया , सैमसंग आदि कम्पनियों का नोएडा को औद्योगिक क्षेत्र बनाने में महत्वपूर्ण योगदान है।

नोएडा जल्द ही नए आईटी इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्रियल हब के रूप में डेवलप होने जा रहा है देश-विदेश की लगभग 30 बड़ी कंपनियां 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रही है इन कंपनियों के आने से नोएडा में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।

देश की बड़ी कंपनियां माइक्रोसॉफ्ट नोएडा में 1800 करोड़ का निवेश कर रही है माइक्रोसॉफ्ट यहां सॉफ्टवेयर पार्क और डाटा सेंटर बनाने जा रही है। माइक्रोसॉफ्ट का दावा है कि इन इकाइयों से 3500 लोगों को रोजगार मिलेगा। इन सबके अलावा सबसे महत्वपूर्ण जो है अडानी ग्रुप भी अपना डाटा सेंटर पार्क बनाने जा रहा है। अदानी ग्रुप 2500 करोड़ का निवेश कर रहा है इससे 2350 लोगों को रोजगार मिलने के आसार हैं।

अगर हम नोएडा के बड़ी हस्तियों के बारे में बात में बात करें तो उसमें कई चेहरे आते हैं लेकिन प्रमुख दो हस्तियों के बारे में बात करते है। जिनके कारण ही नोएडा आज विकास के क्षेत्र में नंबर वन बन पाया है। जिनके नाम हैं डॉक्टर महेश शर्मा और डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल।

कोन हैं डॉक्टर महेश शर्मा एवं डॉ पुरुषोत्तम लाल?

महेश शर्मा भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय राजनेता है वर्तमान में गौतमबुद्ध नगर से सांसद है 2014 के लोकसभा चुनाव में एक बड़ी जीत हासिल कर वह पहली बार सांसद बने थे,जिसके बाद 2019 में पुनः जीतकर लोकसभा पंहुचे।

अगर हम निजी पेशे की बात करें तो वह पेशे से चिकित्सक हैं चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ-साथ डॉ महेश शर्मा शुरू से ही समाज की सेवा में भी रुचि रखते हैं 2014 के चुनाव में सफलता के बाद उन्हें संस्कृति एवं पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया। 2017 में भाजपा के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव जीतने पर डॉक्टर महेश शर्मा का नाम यूपी के मुख्यमंत्री पद के लिए सुर्खियों में आया था ।

डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी जाने-माने ख्याति प्राप्त इंटरनेशनल कार्डियोलॉजिस्ट है, कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में कई प्रकार के अमूलचूल तकनीकी परिवर्तन करने में सफल रहे हैं।और चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है।

डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल मेट्रो ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल के इंटरनेशनल कार्डियोलॉजी के अध्यक्ष और निदेशक हैं। डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल को पदम भूषण और पदम श्री से विभूषित किया जा चुका है।