शहर की अलग-अलग समस्याओं को लेकर ‘कोनरवा’ ने नोएडा प्राधिकरण को लिखा पत्र, पूरी रिपोर्ट

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (05/08/2022): ‘कोनरवा’ द्वारा नोएडा के अलग-अलग मुद्दों से नियमित रूप से नोएडा प्राधिकरण को पत्र के माध्यम अवगत कराता रहा है।

इसी क्रम में कोनरवा द्वारा नोएडा की कई समस्याओं को लेकर पत्र लिखी गई है। पत्र में जिक्र है कि नोएडा उत्तर प्रदेश का आदर्श शहर है, नोएडा शहर का विकास प्राधिकरण द्वारा काफी अच्छे से किया गया है। सभी योजनाएं शीघ्रता से पूरी की गई है। परंतु कुछ योजनाओं को पूर्ण करने में काफी देरी हो रही है, जिससे नोएडा शहर के निवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ योजनाओं में देरी होने के कारण नोएडा प्राधिकरण का खर्च भी बढ़ रहा है।

नोएडा शहर के विकास की कोई निश्चित योजना आगामी 5 से 10 वर्षों में नहीं बनाई गई है। साथ ही किस कार्य को समयानुसार कब शुरु करना है और कब खत्म करना है उसका भी नोएडा प्राधिकरण द्वारा कोई रिकॉर्ड नहीं बनाया गया है।

कोनरवा के संयोजक अशोक हक ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के बड़े नालों की सफाई हर साल देरी से शुरू होती है, वह बरसात शुरू होने के बाद भी 50% कार्य शेष रह जाता है। जबकि ठेका पूरा कार्य को समय से पूरा करने के लिए दिया जाता है, बरसात के समय में की गई सफाई से जो कचरा निकाला जाता है वह बरसात में दोबारा नालियों और नालों में चला जाता है। इस प्रकार केवल धन की बर्बादी होती है, इसकी योजना स्थाई रूप से बनाई जाए जिससे नालों की मरम्मत अंदर व बाहर से नालों की बाउंड्री वॉल की मरम्मत अंदर को ढलान और नालों के ऊपर से कूड़ा उठ जाना चाहिए जिससे दोबारा कूड़ा उसमें ना गिरे इसके लिए योजना तैयार की जानी चाहिए।

कोनरवा संस्था द्वारा काफी समय से यह मांग की जा रही है कि भूमि का जल स्तर प्रतिदिन कम होता जा रहा है। जिसके लिए रैन वाटर हार्वेस्टिंग की योजना बनाना जरूरी है जिसके लिए संस्था का सुझाव है कि सर्वप्रथम सभी सरकारी प्रतिष्ठानों, प्रशासनिक कार्यालयों, कॉरपोरेट ऑफिस ,आई टी, कंप्यूटर सेंटर, मैरिज होम, सरकारी बंगले, कॉलेज स्कूल ,उच्च विद्यालय, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट आदि में क्षेत्रफल के अनुसार रैन वाटर हार्वेस्टिंग आवश्यक की जानी चाहिए।

रेन वाटर हार्वेस्टिंग कराना सीधे तौर पर सरकारी और प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ में होना चाहिए। जिससे काफी रैन वॉटर हार्वेस्टिंग होगा और भूजल का स्तर बढ़ जाएगा । कार्य करने के लिए लगाने वाले ठेकेदार को समय पर ठेका देना चाहिए जिससे वे ठेकेदार उस योजना को तय समय सीमा में पूरा कर दें।।