प्राचीनकालीन ऐतिहासिक बाराही मेला ग्रामीण संस्कृति का प्रमुख केन्द्र बिंदु है: लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (12 अप्रैल 2023): सुरजपुर के प्राचीन ऐतिहासिक बाराही मेला के सातवें दिन के रात्रिकालीन कार्यक्रमों की श्रंखला में संस्कृति मंच के कवि सम्मेलन में मोहित शौर्य, प्रोफेसर प्रतीक गुप्ता, सरला मिश्रा, महेश योगी क्रांतिकारी, सौरभ राणा, मुकेश दक्ष, केके भारद्वाज, अंजलि सिसोदिया, वैभव शर्मा आदि कवियों ने अपनी रचनाएं पेश की।

महेश योगी क्रांतिकारी ने आजादी की शाम जो परवाने शहीद हुए….. और सरला मिश्रा ने- कलम यदि सत्य लिख दे तो धार बन जाए…… ने पक्तियां प्रस्तुत करते हुए काव्य रस बिखेरा।

बता दें कि सूरजपुर में चल रहे प्राचीन ऐतिहासिक बाराही मेला 2023 के सातवें दिन मंगलवार को संस्कृति मंच से राजस्थान से आए राजबाला सपेरा एंड पार्टी के कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया। इन महिला कलाकारों के द्वारा कालबेलिया डांस, ग्रुप डांस आदि खास प्रस्तुति दी गई। उमा पब्लिक स्कूल और एनएस पब्लिक स्कूल के बच्चों ने गीत संगीत और नृत्य की प्रस्तुति के साथ शिक्षा के महत्व पर संदेश देते हुए नाटिका प्रस्तुत की। कवि प्रोफेसर प्रतीक गुप्ता ने- अपने शब्दों से मुस्कान बांटता हूं…… हर एक का मै सम्मान करता हूं काव्य रसपान कराया। मुकेश दक्ष ने- जब रात में दुनिया सोती है, हम कलम उठाया करते हैं……… और केके भारद्वाज ने-ये जो छलकते हुए प्याले हैं, प्याले ही रहने दो………. रचनाएं प्रस्तुत करते हुए खूब गुदगुदाया। महेश योगी क्रांतिकारी ने आजादी की शाम जो परवाने शहीद हुए….. और सरला मिश्रा ने- कलम यदि सत्य लिख दे तो धार बन जाए…… ने पक्तियां प्रस्तुत करते हुए काव्य रस बिखेरा।

मंगलवार को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री व गौतमबुद्धनगर के सांसद डा0 महेश शर्मा ने शिकरत की। शिव मंदिर मेला समिति के अध्यक्ष धर्मपाल भाटी, महासचिव ओमवीर बैंसला, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल, मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदि मौजूद रहे। पदाधिकारियों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद डा0 महेश शर्मा का माल्यापर्ण और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।

मुख्य अतिथि व सांसद डा0 महेश शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि ” सूरजपूर का ऐतिहासिक प्रचीन बाराही मेला-2023 ग्रामीण संस्कृति का प्रमुख केंद्र बिंदु है। कला आधारित यह भारत की संस्कृति देश ही नही बल्कि पूरे विश्व में गूंज रही है। कला और संस्कृति के बल पर अब भारत विश्व गुरू बनने की ओर अग्रसर है।” इस मौके पर मुख्य अतिथि व सासंद डा0 महेश शर्मा से शिव मंदिर मेला समिति ने सूरजपुर दादरी रोड से लेकर बाराही मेला प्रांगण स्थल तक सीधा और चौडा रास्ता दिलवाने की मांग की। शिव मेला समिति ने प्रस्तुति देने वाले उमा पब्लिक और एनएस पब्लिक स्कूल के बच्चों और काव्य पाठ करने के आए कवियों का स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। शिव मंदिर मेला समिति के महासचिव ओमवीर बैंसला ने बताया कि बाराही मेला-2023 के अंतिम दिन 16 अप्रैल को दोपहर 2.30 बजे से 101/- रूपये से लेकर 51000/- रूपये तक के दंगल में दूर दूर से आकर पहलवान अपनी मल्ल कला का प्रदर्शन करेंगे। यह दंगल प्रति वर्ष की भांति इस बार स्वर्गीय जयपाल भगतजी के की स्मृति में उनके पुत्रों श्रीचंद भाटी, सतवीर भाटी और राजवीर भगतजी के द्वारा आयोजित कराया जा रहा है।

मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि दिनांक 13 अप्रैल 2023 गुरूवार की सांय हरियाणा और राजस्थान के कलाकारों तथा भारती पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। जब कि रात्रिकालीन रागनियों के रंगारंग कार्यक्रमों में सुरेश गोला, मन्नु तंवर, अंजलि ठकरान और अंन्नु चौधरी आदि कलाकार खास प्रस्तुतियां देंगे। इस मौके पर कार्यक्रम मे चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान, ओमवीर बैंसला, लक्ष्मण सिंघल, मूलचंद शर्मा और लीलू भगतजी, ज्ञानेंद्र देवधर, प0 शिवदत्त आर्य, भूलेराम भगतजी, पवन जिंदल, धर्मवीर तंवर, महाराज सिंह उर्फ पप्पू, हरिकिशन आदि मेला समिति के पदाधिकारी और गणमान्यजन उपस्थित रहे।