शहीद दिवस के अवसर पर नोएडा में श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन, स्थानीय सांसद सहित सभी लोगों ने दी श्रद्धांजलि

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (23-03-2022): भारत की आजादी की लड़ाई में अहम योगदान निभाने वाले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को आज ही के दिन यानी 23 मार्च (1931) को अंग्रेजों ने फांसी की सजा दी थी, जिसके बाद देश की आजादी के लिए उन्होंने हंसते-हंसते अपने प्राण देश पर न्योछावर कर दिए थे। 91वां शहीद दिवस के मौके पर आज नोएडा भी अपने वीर सपूत भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि दे रहा है. नोएडा प्राधिकरण की कुशपाल सिंह( यूनियन नोएडा एंप्लाइज एसोसिएशन )और शहर का सबसे पुराना औद्योगिक संगठन विपिन मल्हन (नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन) की तरफ से शहीद दिवस का आयोजन नोएडा के शहीद पार्क में किया गया। शहीद दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गौतम बुद्ध नगर सांसद डॉ महेश शर्मा और नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु महेश्वरी मौजूद रहे। शहीद दिवस के मौके पर शहीद पार्क में सबसे पहले हवन का आयोजन किया गया हवन होने के बाद मुख्य अतिथि के द्वारा शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की गई।

डॉ महेश शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की गौतमबुद्ध नगर की पहचान अब पूरी दुनिया में सबसे अलग है। पूरे गौतमबुद्ध नगर जिले में क्लीन नोएडा और ग्रीन नोएडा धरातल पर दिखाई देता है।

पिछले 3 वर्षों में नोएडा में जो विकास कार्य चल रहे हैं क्लीन नोएडा ग्रीन नोएडा बनाया जा रहा है। इस सब का श्रेय नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी को जाता है। नोएडा मेरी कर्म भूमि की माटी है। मुझे 39 वर्ष रहते हुए हो गए हैं जितना बदलाव मुझे इन 3 सालों में दिखाई देता है इतना बदलाव मुझे पहले कभी नहीं दिखाई दिया।

डॉ महेश शर्मा ने शहीदों को याद करते हो बताया कि नोएडा में बना शहीद पार्क नोएडा को चार चांद लगा देता है।

शहीदों की बात करते हुए डॉ महेश शर्मा ने कहा कि जब तीनों शहीदों को फांसी दी जा रही थी तो उनके मुंह से केवल एक ही नारा निकल रहा था इंकलाब जिंदाबाद। शहीदों के मुंह से केवल एक बात निकल रही थी उनका जीवन भारत मां को समर्पित है। डॉ महेश शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए शहीद भगत सिंह का एक किस्सा सुनाया जब भगत सिंह ने की मां ने उनसे शादी करने के लिए कहा तो भगत सिंह ने जवाब दिया कि उनकी मां तो यह देश है। उसके बाद भगत सिंह ने अपने नाम के आगे जिंदा होते हुए भी शहीद लगा दिया । डॉ महेश शर्मा ने मंच से नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी को सुझाव देते हुए कहा कि वैसे तो रितु माहेश्वरी ने नोएडा को एक अलग पहचान दी है लेकिन पत्थर की मूर्ति किसी शहर की पहचान नहीं होती है। शहर में रहने वाले लोग उस प्रदेश में रहने वाले लोग वहा की संस्कृति उस शहर की पहचान बना करती है। महेश शर्मा ने बताया कि मेरा सुझाव है कि सभी पार्कों के नाम शहीद भगत सिंह सुभाष चंद्र बोस सुखदेव के नाम पर रखे जाएं।

मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रही नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि नोएडा को क्लीन नोएडा ग्रीन नोएडा बनाने में लोगों का बहुत सहयोग रहा है.

शहीदों के बारे में नोएडा सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि कि शहीद भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु जिस उम्र में शहीद हो गए थे उनके जज्बे को सलाम है इतनी कम उम्र में उन्होंने अपनी जान देश के लिए न्योछावर कर दी थीं ।

सरदार भगत सिंह जब स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल थे तो उन्होंने लंबा अरसा नोएडा-ग्रेटर नोएडा की सीमा पर बसे एक छोटे से गांव नलगढ़ा में व्यतीत किया था। यह माना जाता है कि दिल्ली के असेंबली बम कांड की तैयारी उन्होंने यहीं रहकर की थी। सरदार भगत सिंह की इन्हीं यादों को संजोने के लिए सीईओ ऋतु महेश्वरी ने सेक्टर-150 में शहर का सबसे बड़ा पार्क सरदार भगत सिंह के नाम पर बनाया है। यह खूबसूरत पार्क करीब एक साल पहले आम आदमी के लिए खोला गया था।

आपको बता दें कि सरदार भगत सिंह जब स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल थे तो उन्होंने लंबा अरसा नोएडा-ग्रेटर नोएडा की सीमा पर बसे एक छोटे से गांव नलगढ़ा में व्यतीत किया था। यह भी माना जाता है कि दिल्ली के असेंबली बम कांड की तैयारी उन्होंने यहीं रहकर की थी। नलगढ़ा गांव में ही बनाया गया बम उन्होंने असेंबली के सेंट्रल हॉल में फेंका था। जिसके बाद सरदार भगत सिंह ने गिरफ्तारी दे दी थी और उन पर मुकदमा चलाया गया था। अंततः पुलिस अफसर सांडर्स की हत्या के लिए भी उन्हें दोषी करार दिया गया और फांसी की सजा सुनाई गई थी।

सरदार भगत सिंह की इन्हीं यादों को संजोने के लिए सीईओ ऋतु महेश्वरी ने सेक्टर-150 में शहर का सबसे बड़ा पार्क सरदार भगत सिंह के नाम पर बनाया है। यह खूबसूरत पार्क करीब एक साल पहले आम आदमी के लिए खोला गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रहे डॉ महेश शर्मा गौतम बुद्ध का सांसद ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा।

क्रांतिकारी बलिदानियों की गाथा को नोएडा में पहली बार रागनी-नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों तक पहुंचाई गई। देश आज 23 मार्च को बलिदान दिवस पर नोएडा के शहीद भगत सिंह पार्क में रागनी गायक ब्रह्मपाल नागर और उनकी टीम को रागनी-नुक्कड़ नाटक कर निगम का समापन किया। इस मौके पर ब्रह्मपाल नागर महेश महेश सक्सेना कपिल शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मवीर शर्मा, मुकेश कक्कड, राकेश जैन नोएडा के गणमान्य अतिथिगण आदि मौजूद रहे ।