ट्विन टावर में चल रही तोड़फोड़ के कारण नोएडा में हवा प्रदूषित

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (12–04–2022): प्रदेश के औद्योगिक शहर नोएडा में सुपरटेक का मामला काफी कुछ दिनों से प्रचलन में चल रहा है अभी कुछ दिन पहले सुपरटेक में ट्रायल ब्लास्ट हुआ उस ट्रायल ब्लास्ट में पूरे प्रदेश के साथ देश की निगाहें भी सुपरटेक की बिल्डिंग पर टिकी थी।

सुपरटेक ट्विन टावर तोड़ने के लिए तोड़फोड़ जा रही है यहां उड़ने वाली धूल से एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के लोग परेशान हैं पिछले कुछ दिनों से लोग नोएडा अथॉरिटी के पास धूल की शिकायत को लेकर पहुंचे थे ।

इसके बाद एजेंसी ने हरी जाल लगवाने के साथ अन्य सुविधाएं बरतने का दावा किया था लेकिन इन सोसायटी के लोगों ने सुधार न होने की बात कही है इस पर नोएडा अथॉरिटी ने एडिफाइड एजेंसी से एन्वॉयरमेंट मैनेजमेंट प्लान किया है साथ ही टावर तोड़ रही एजेंसी ने एक पर्यावरण एजेंसी का चयन किया है। जिससे दोनों सोसाइटी में मशीन लगाकर हवा की निगरानी की जाएगी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एमरोल्ड कोर्ट और एटीएस सोसाइटी में लगाई गई मशीनों से पीएम 2.5 व पीएम 10 का लेवल बता रही है अथॉरिटी के अधिकारी ने बताया कि आगे भी एजेंसी को प्रदूषण व धूल रोकने के इंतजाम पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं

22 मई को जब दोनों बिल्डिंग गिराए जाएंगे तो सोसाइटी में मौजूद फूल वाले पेड़ पौधों पर धूल ना जमने पाए इसके इंतजाम भी एजेंसी करवा रही है एजेंसी छोटे पौधों को कवर करेगी।

रविवार को ट्रायल ब्लास्ट के बाद एजेंसी के एक्सपर्ट ने यह घोषित किया है कि सभी छह स्थानों पर लगाए गए विस्फोटक से ब्लास्ट हो गए हैं अब एक्सपर्ट उस ब्लास्ट से हटे स्ट्रक्चर कंपन व अन्य बिंदुओं पर रिपोर्ट बना रहे हैं सोमवार को एक्सपर्ट टीम ने पहले एपेक्स टावर की 13वीं मंजिल और फिर बेसमेंट का जायजा लिया ।अगले 10 से 12 दिन में यह तय हो जाएगा कितने विस्फोटक की जरूरत होगी टावर को गिराए जाने के लिए ।