होली में शांतिपूर्ण माहौल एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने को लेकर हुई बैठक, पुलिस के कई आला अधिकारी रहे मौजूद

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (05 मार्च 2023): 4 मार्च, शनिवार को सेक्टर 52 के सभागार में पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ जिले की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु मीटिंग रखी गई। मीटिंग में प्रतिभाग करने आए सभी मेंबर्स को और पुलिस के आला अधिकारियों को चंदन का टीका लगाकर होली की शुभकामनाएं दी गई।

बता दें कि आगामी 8 मार्च को होली के साथ साथ महिला दिवस भी है अतः आज प्रोग्राम के दौरान महिला दिवस की सभी महिलाओं को शुभकामनाएं दी गई। महिला दिवस के उपलक्ष में सेक्टर 51 ए और बी ब्लॉक के अध्यक्ष अनिता जोशी द्वारा मंचासीन सभी पुलिस अधिकारियों और डीडी आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों को प्लास्टिक मुक्त नोएडा की मुहिम पर जूट से बने बैग दिए गए और सभी को होली की शुभकामनाएं भी दी गई। इस दौरान सेक्टर 52 अंजलि सचदेवा सेक्टर 36 से अनीता सिंह, सेक्टर 99 से जिम्मी वालिया जी उपस्थित रहीं। उक्त सुरक्षा व्यवस्था मीटिंग में डीडी आरडब्लूए और शहर की आरडब्लूए के द्वारा प्रतिभाग किया गया।

मीटिंग के दौरान उठाए गए प्रमुख मुद्दे इस प्रकार रहे।:-

• अनाधिकृत बैंक्वेट हॉल से होने वाली समस्याओं के संबंध में:-

हम आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं, कि छात्रों, वरिष्ठ नागरिकों और सभी निवासियों को हर सेक्टर में तेज डीजे बजने के कारण परेशानी महसूस हो रही है। कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं लेकिन निर्धारित समय सीमा से अधिक और अधिकृत डेसिबल से अधिक तेज संगीत पर कोई नियंत्रण नहीं है।

जिला गौतम बुद्ध नगर में अधिकांश बैंक्वेट हॉल बिना योजना के बनाए गए हैं, और नोएडा प्राधिकरण से कोई स्वीकृति नहीं है। इनमें से अधिकतर बैंक्वेट हॉल में फायर एनओसी तक नहीं है। इन भोजों के पास कोई अधिकृत कार पार्किंग नहीं है और सेक्टर की सड़कों पर तंबू लगाकर बारात चढ़ाने के कार्यक्रम शुरू किए जाते हैं, जिन्हें तत्काल बंद करने की जरूरत है।

• जिले की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए रोड इंजीनियरिंग पर कार्य करने की आवश्यकता है। जिले की सड़कों पर बने अधिकांश यू टर्न खराब डिजाइन के हैं और भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम/अड़चनों का कारण हैं। पुलिस विभाग के साथ प्राधिकरण किसी भी सड़क / कट और यू-टर्न को अस्थायी मोड़ की तरह बंद करने का निर्णय लेता है, अधिकांश मोड़ इतने खराब हैं कि एक दमकल ट्रक भी इसके माध्यम से मुड़ नहीं पाएगा। इन जामों के कारण रहवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अनुरोध है कि ऐसा निर्णय लेने के लिए एक समिति का गठन किया जाए, जिसमें पुलिस विभाग, नोएडा प्राधिकरण व आरडब्ल्यूए फेडरेशन व जिले के निवासी शामिल हों।

• आगजनी/ फायर की घटनाओं से जिले के निवासियों के जान-माल की सुरक्षा के लिए अग्निशमन विभाग को मजबूत करने की नितांत आवश्यकता है। जिले में अधिकांश स्थानों पर बहुमंजिला भवनों का निर्माण किया गया है, जिनकी ऊंचाई 40 से 50 मंजिल तक है। इन बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले निवासियों की सुरक्षा के लिए अग्निशमन विभाग के पास फायर एनओसी होना बेहद जरूरी और जरूरी है।

इसके अलावा इन बहुमंजिला इमारतों में आग लगने की स्थिति में सबसे ऊपरी मंजिल तक पहुंचने के लिए अग्निशमन विभाग के पास सीढ़ियां, हेलीकॉप्टर आदि उपलब्ध होने चाहिए।

• पुलिस वेरिफिकेशन अपराध रोकने का सबसे आसान तरीका है। अनुरोध है कि जनपद गौतमबुद्ध नगर के सैक्टर एवं ग्राम में पुलिस सत्यापन पर बल दिया जाये। अनुरोध है कि पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को भी सरल बनाया जाए।

• आज की मीटिंग के दौरान पार्कों में बड़े बच्चों के खेलने की समस्या को पुलिस विभाग के समक्ष उठाया गया। आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों का अनुरोध रहा कि सेक्टर के पार्कों में बड़े बच्चों के खेलने से और सेक्टर से बाहर के बच्चों के खेलने से होने वाली समस्याओं के निवारण हेतु पुलिस विभाग को आरडब्लूए की मदद करनी चाहिए।

• मेट्रो स्टेशनों पर महिला यात्रियों के साथ ऑटो चालकों द्वारा दुर्व्यवहार को समाप्त करने के लिए सभी मेट्रो स्टेशनों पर पुलिस बल की तैनाती का अनुरोध।

• शहरी क्षेत्रों की तर्ज पर स्मार्ट पुलिसिंग की तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्रों में पेट्रोलिंग एवं पुलिस मित्र बनाकर कम्युनिटी पुलिसिंग को शामिल करने का अनुरोध। समाज से जो बेहतर पुलिसिंग में पुलिस की मदद करेगा।

• सेक्टर 108 में साइबर अपराध कार्यालय की स्थापना के कारण स्थानीय थानों में साइबर शिकायत प्राप्त न होने से होने वाली समस्या से अवगत कराना। साइबर अपराध की शिकायतें सभी पुलिस स्टेशनों में दर्ज की जानी चाहिए, न कि केवल निर्दिष्ट साइबर पुलिस स्टेशनों में।

• शहर में अपराध कम करने के लिए शासन/प्रशासन द्वारा कैमरे लगवाने की मांग। और संलग्न कैमरे को सक्रिय करने का अनुरोध करें। देखा जा रहा है कि जिले में कई जगहों पर कैमरे लगे हैं लेकिन ये कैमरे अभी तक काम नहीं कर रहे हैं। हमारे अनुभव के अनुसार कैमरों का डर अपराधों को कम करने में बहुत मदद करता है इसलिए कृपया सुनिश्चित करें कि सभी कैमरे काम कर रहे हैं और जिले के सभी प्रमुख चौराहों को कवर करने के लिए कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए।

• देश की राजधानी से सटे नोएडा शहर में पुलिस बल को संवेदनशील होकर पर काम करने की आवश्यकता है। हमारे थानों में शिकायत दर्ज कराने जाने वाले के साथ अपराधी जैसा व्यवहार किया जाता है। जिससे रहवासी परेशान हैं और जहां तक ​​हो सके पुलिस बल से बचते हैं। निवासियों को पुलिस को एक मित्र के रूप में और कानून का पालन करने वाले नागरिकों के लिए सुलभ महसूस करना चाहिए और जिसके लिए उन्हें जमीनी स्तर पर बल के व्यवहार में बदलाव की आवश्यकता है। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण और उच्चाधिकारियों के उदाहरण की आवश्यकता होगी।

• शहर में ट्रैफिक की समस्या विकराल रूप लेती नजर आ रही है। इसलिए यातायात सप्ताह के मध्य में नजर यातायात प्रबंधन प्रणाली लागू करने का अनुरोध करें।

• व्यावसायिक वाहन जैसे टैक्सी, बस, ट्रक आदि सेक्टरों की सर्विस रोड और मुख्य सड़कों पर पार्क किए जाते हैं। जिसका सेक्टर की सुरक्षा व्यवस्था पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। अनुरोध है कि इस ओर ध्यान दिया जाए और व्यावसायिक वाहन सेक्टर में न खड़े किए जाएं।

• महिला सुरक्षा एक अहम विषय है जिसके लिए पुलिस को और मेहनत करने की जरूरत है। इसलिए आपसे अनुरोध है कि महिला सुरक्षा के मुद्दे को अधिक महत्व दें। हमारी महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए नियमित अंतराल पर सभी क्षेत्रों में महिलाओं के साथ पुलिस आउटरीच कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए।

• अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है, जिसे पुलिस के सहयोग के बिना हल नहीं किया जा सकता है। आमतौर पर देखा जाता है कि सेक्टरों की सड़कों, सभी प्रमुख चौराहों और मुख्य सड़कों पर कई अनधिकृत वेंडरों का कब्जा होता है, जिससे यातायात में भी बाधा उत्पन्न होती है। लोगों के चलने के लिए बनी पगडंडियों पर यदि अतिक्रमण किया जाएगा तो लोग सड़क पर चलने को विवश होंगे और दुर्घटनाओं में वृद्धि होगी। आरडब्ल्यूए के कहने पर नोएडा प्राधिकरण वेंडरों को हटा देता है, लेकिन अगले दिन फिर उन्हीं इलाकों में दोबारा अतिक्रमण कर लेते हैं। पुलिस विभाग से अनुरोध है कि जहां नोएडा अथॉरिटी ने वेंडर्स को हटाया वहां फिर से अतिक्रमण नहीं होने दिया जाए। बिना पुलिस बल की सक्रिय भागीदारी के अतिक्रमण पर काबू नहीं पाया जा सकता है। हम उच्चाधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि इन अतिक्रमणों पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक आदेश जारी करें।

• जब भी पुलिस कंट्रोल रूम/आपदा हेल्पलाइन नंबर 112 पर डायल किया जाता है, तो यह ज्यादातर उपलब्ध नहीं होता है। जिससे दुर्घटना सहायता के समय या अन्य मामलों में तत्काल पुलिस सहायता प्राप्त करने में समस्या होती है। अनुरोध है कि कृपया 112 की संख्या बढ़ाने की कृपा करें।

किसी भी आपात स्थिति के समय जब सेक्टर के निवासी या सुरक्षाकर्मी/सुरक्षा गार्ड दिन या रात के समय पुलिस सहायता के लिए आरडब्ल्यूए से मदद मांगते हैं, उस स्थिति में आरडब्ल्यूए हेल्पलाइन नंबर 112 पर निर्भर रहता है, क्योंकि जब क्षेत्र के चौकी प्रभारीबदल जाता है, यह आरडब्ल्यूए की जानकारी में नहीं रहता और न ही पुलिस विभाग आरडब्ल्यूए के साथ कोई बैठक करता है। अनुरोध है कि चौकी प्रभारियों और थानाध्यक्षों को हर महीने आरडब्ल्यूए के साथ बैठक करने का आदेश दें।

• शहर की मुख्य सड़कों पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाकर शहर में अपराध पर अंकुश लगाया जा सकता है, इसलिए विभाग से अनुरोध किया गया कि शहर की सड़कों पर भी पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। अगर शहरों की सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी महसूस की जाए तो अपराध अपने आप कम हो जाएंगे।

• नोएडा शहर में कुत्तों की समस्या विकराल रूप लेती नजर आ रही है जिसमें पुलिस विभाग द्वारा बिना जांच पड़ताल किए मामले दर्ज किए जा रहे हैं. आपसे अनुरोध है कि प्राथमिकी दर्ज करने से पहले, यह पूरी तरह से सत्यापित करना आवश्यक है कि शिकायत कितनी सही है और बिना उचित जांच के गैर सरकारी संगठनों के दबाव में शिकायत दर्ज करने के लिए दबाव न डालें।

• बाल श्रम और महिला श्रम की रक्षा की जानी चाहिए और बाल श्रम के खिलाफ विशेष अभियान चलाए जाने चाहिए।

• सत्र के दौरान स्कूल और कॉलेज में बच्चों की काउंसिलिंग की जाए। ताकि बच्चों को पता चले कि उनके अधिकार क्या हैं। किसी भी अच्छी या बुरी आदत का उनके जीवन और भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है। ताकि लड़के महिलाओं और लड़कियों का सम्मान करना सीख सकें और अपने अधिकारों के लिए लड़ सकें और अपने परिवार की अन्य महिलाओं को प्रेरित कर सकें।

• खुले में शराब पीना शहर की प्रमुख समस्याओं में से एक है, जिस पर अंकुश लगाने की जरूरत है। सीएआर-बार की संस्कृति पर अंकुश लगाया जाना चाहिए और खुले में शराब पीने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

• साइबर क्राइम के मामलों पर त्वरित कार्रवाई हो।

• आपसे यह भी अनुरोध है कि गुलाबी ऑटो में पुरुष भी सफर करते दिखते हैं, आपसे अनुरोध है कि गुलाबी ऑटो में केवल महिलाओं को ही जाने की अनुमति है, इसलिए इन ऑटो में किसी भी पुरुष को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

• जैसे ही सवारियां मेट्रो स्टेशन सेक्टर 51 से गौर चौक की ओर निकलती हैं, ऑटो चालक उन्हें धक्का देते हैं, यहां तक ​​कि हम चालकों को हाथ पकड़कर महिला यात्रियों को अपने ऑटो की ओर खींचते हुए देखते हैं, जो पूरी तरह से गलत है। नोएडा के ज्यादातर मेट्रो स्टेशनों का हाल ऐसा ही है। देखने में आता है कि पुलिस विभाग का एक सिपाही सुबह और शाम के मौके पर वहां तैनात था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आपसे अनुरोध है कि कृपया इस तरह के व्यवहार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

• ज्यादातर कई सेक्टरों की ग्रीन बेल्ट के आसपास पाया गया है कि यहां कार में बैठकर लोग खुले में शराब का सेवन करते हैं। ऐसी समस्या के समाधान/कम करने के लिए पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने की आवश्यकता है।

• जिस इलाके में शराब की दुकान या बीयर की दुकान है, वहां महिलाओं के साथ छेड़खानी और छेड़खानी की समस्या सामने आ चुकी है, इसलिए पुलिस को शराब की दुकान और बीयर की दुकान के आसपास पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने की जरूरत है.

• जिले में चेन स्नेचिंग व मोबाइल स्नेचिंग की घटनाओं पर अंकुश लगाने का अनुरोध किया।

• जिले में फल विक्रेताओं और सब्जी विक्रेताओं के पंजीकरण के लिए एक प्रणाली होनी चाहिए, इससे पुलिस को इस व्यक्ति की पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी होने में मदद मिलेगी, साथ ही इन विक्रेताओं को पहचान पत्र जारी किए जाएंगे और उनकी गाड़ी पर पंजीकरण/पहचान संख्या प्रदर्शित की जाएगी के लिएपता लगाने की क्षमता।

• अपराध पर लगाम लगाने के लिए नोएडा के बड़े पार्कों और ग्रीन बेल्ट में भी पुलिस पेट्रोलिंग होनी चाहिए।

मीटिंग में उपस्थित एडिशनल डीसीपी रामबदन सिंह ने कहा ” जीतने भी नियम हैं , चाहे वो ट्रैफिक, सरकार के नियम हो। अगर हम उसका पालन नहीं करेंगे तो हम खतरे में पहुंच जाएंगे। इसलिए जो नियम हम बनाए हैं उनसभी नियमों का पालन करना चाहिए। ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका हल नहीं हो, हमसभी लोग बैठकर जो भी हमारी समस्या है उसका समाधान निकाल लेंगे ताकि नोएडा डेवलप करे।”

मीटिंग में उपस्थित डीसीपी हरीश चंद्र ने कहा कि “जब नोएडा पुलिस कमिश्नरेट हुआ था तो हमलोगों को यह जिम्मेदारी दी गई थी कि यहां पर व्यवस्था परिवर्तन दिखना चाहिए। ये बदलाव दोनों तरफ से होना चाहिए वन- वे नहीं होना चाहिए। जो प्रशासन करें उसे पब्लिक को अप्रिशियेट करना चाहिए और जो वो करें उसे प्रशासन को एडॉप्ट करना चाहिए। जिसके बाद पुलिस जवानों की संख्या बढ़ाई गई, पुलिस चौकी की संख्या बढ़ाई गई पेट्रोलिंग वैन की संख्या बढ़ाई गई।”

डीसीपी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भी जिक्र किया और आगे कहा कि “त्योहार को खुशी से मनाया जाए। इसमें सबसे बड़ी भूमिका युवाओं की है और उसकी जिम्मेदारी परिवार की मुखिया की होती है। घटना हो जाने के बाद वापस नही हो सकता। कारवाई तो होगी लेकिन जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई नहीं हो सकेगी। रोड पर हम सख्त रहेंगे तो उपद्रव करने वाले का जेल जाना तय है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसी तरह की छेड़खानी या उपद्रव ना हो। इस मीटिंग को बुलाने का मकसद यही है कि पहले आप बात कर लें और फिर हम बात करेंगे, लेकिन हमारा बात करने का तरीका अलग होगा।”

वहीं बैठक में मौजूद ट्रैफिक डीसीपी गणेश प्रसाद ने कहा कि जो भी समस्याएं यहां बताई गई है इस सभी मामलों पर हम अपनी टीम के साथ चर्चा कर लेंगे। साथ ही सड़क सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि आप डर की वजह से नहीं अपनी सुरक्षा की वजह से हेलमेट पहने।

DDRWA के प्रेसिडेंट एन.पी. सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी की देन है गौतमबुद्ध नगर में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था आज जिले में जीरो क्राइम है। साथ ही उन्होंने मीटिंग में उपस्थित सभी गणमान्य लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

मीटिंग के दौरान पुलिस विभाग से डीसीपी हरीश चंद्र, डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद, एडिशनल डीसीपी राम बदन सिंह, एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी, एसीपी 1 रजनीश वर्मा, एसीपी 2 सुनील कुमार गंगा प्रसाद इत्यादि उपस्थित रहे। डीडी आरडब्ल्यूए अध्यक्ष एन पी सिंह, एमएसएमई अध्यक्ष सुरेंद्र नाहटा, कोनरवा अध्यक्ष पीएस जैन, सहित कई अन्य गणमान्य लोग एवं आरडब्ल्यूए प्रतिनिधि उपस्थित रहे।।