गुरु हैं तो भगवान हैं, गुरु की महिमा असीम है: अशोक श्रीवास्तव, अध्यक्ष नवरत्न फाउंडेशन्स

Ashok Srivastava

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (22 जून 2023): नवरत्न फाउंडेशन्स के अध्यक्ष एवं मशहूर समाजसेवी अशोक श्रीवास्तव से टेन न्यूज की टीम ने खास बातचीत की, और उनके द्वारा समाज हित में किए कार्य, महिला सशक्तिकरण के दिशा में किए कार्य के बारे में। जानने का प्रयास किया।

टेन न्यूज से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि, “शबे-ग़म के आंसुओं की, बस इतनी-सी कहानी है। जो अटक गया, वह मोती है। जो टपक गया वह पानी है।” अटकने का मतलब यह की अगर आप एक जगह पर काम करते रहेंगे तो सफलता मिलेगी । आपको जो संसार मिला है वो स्वीकार करना पड़ेगा ना की शिकायत । उससे ऊपर उठना ही सफलता है । वैसे कोई सफलता का मंत्र तो लिखा हुआ है नहीं लेकिन तीन चीजें जिंदगी में इंसान को करना चाहिए, पहला धैर्य , प्रतिबद्धता , लगे रहना।

इसलिए लगे रहिए करते रहिए सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने अपनी धर्मपत्नी का जिक्र करते हुए कहा ही आदमी तब तक समाजसेवा नही कर सकता जबतक उसकी बीवी ने हां नहीं कर दी हो । क्योंकि जब आप शादीशुदा है तो आपकी जिंदगी में दो पहिए है अगर एक का ना होगा तो आप कभी चल नहीं पाओगे। इंसान को अपने ओर से ट्रांसपेरेंट होना चाहिए क्यूंकि उसे बताना चाहिए कि मैं क्या करने जा रहा हूं उससे मेरा क्या फायदा होगा , समाज का क्या फायदा होगा। मेरी पत्नी ने मेरा हमेशा समर्थन किया हैं। आगे मेरा एक प्रोजेक्ट आ रहा है दया रानी मेंटल वेलनेस का उसको वही संभाल रही है। मेरे जीवन में कोई एक रोल मॉडल नहीं है कई लोग हैं। लेकिन सबसे बड़ा कोई रोल मॉडल रहा तो वो स्वामी विवेकानंद हैं । मेरे पिता जी भी मेरे रोल मॉडल हैं वो भी समाजसेवा का काम करते थे । मेरे बड़े भाई ने भी मुझे बहुत कुछ सिखाया ,मेरे शिक्षक , महेश सक्सेना जी । इंसान हर एक से कुछ न कुछ लेता है क्योंकि ये पृथ्वी एक चीज से मिलकर नहीं बनी है लाखो करोड़ो एलिमेंट है । भगवान और गुरु में सबको विश्वास करना ही चहिए तभी तो कहा गया हैं, गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागू पाय । बलिहारी गुरु आपनो, जिन गोविंद दियो बताय ।। गुरु ने ही तो श्रृष्टि के बारे में बताया है। गुरु की महिमा असीम है , क्योंकि गुरु हैं तो भगवान हैं।